ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र स्थित शारदा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में मेडिकल की एक छात्रा ने शुक्रवार रात कथित रूप से आत्महत्या कर ली। इस मामले में उसे प्रताड़ित करने के आरोप में डीन समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके दो प्रोफेसर को हिरासत में लिया गया है। अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि नालेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने छात्रावास के अपने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। इसमें छात्रा ने दो शिक्षको पर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
इस बीच छात्रा के भाई का बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि प्रोफेसर छात्रा को फेल करने और उसे प्रैक्टिकल और परीक्षा देने से रोकने की भी धमकी दे रहे थे। उन्होंने कहा,एक हफ्ते पहले, एक प्रोफेसर ने दावा किया था कि मेरी बहन ने अपने असाइनमेंट और किताबों पर जाली साइन किए हैं, जिसकी वजह से मेरे पिता सोमवार को यहां आए थे। उन्होंने प्रोफेसर और एचओडी से बात की। मेरे पिता ने कल सुबह मेरी बहन से बात की थी। इसके बाद, हमारी बात नहीं हुई। बाद में, उसके बैचमेट्स से हमें पता चला कि शिक्षक उसे ताना मारते थे और कहते थे कि वह जाली साइन करने में माहिर है। उन्होंने मेरी बहन को फेल करने और उसे प्रैक्टिकल और परीक्षा देने से रोकने की भी धमकी दी। उस पर दबाव डाला गया था। इसलिए, उसे यह फैसला लेना पड़ा। पुलिस ने हम पर, मेरे परिवार पर, लाठीचार्ज किया।
वहीं पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम निवासी ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने विश्वविद्यालय के डीन डॉक्टर एम सिद्धार्थ और प्रोफेसर सैरी मैडम, महेंद्र, अनुराग अवस्थी एवं सुरभि के अलावा एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। रमेश का आरोप है कि इन लोगों के उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और धमकाए जाने के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या की।
शिकायत में क्या कहा गया?
थाना प्रभारी ने बताया कि रमेश के अनुसार ज्योति ने उसके साथ दुर्व्यवहार होने के बारे में उन्हें बताया था और उन्होंने कॉलेज में आकर इस बारे में डीन और अन्य लोगों से बातचीत की थी। रमेश ने कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि ज्योति के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा, लेकिन उसके बाद भी उसे प्रताड़ित किया जाता रहा।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने अपनी बेटी को फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनकी बेटी के साथ कमरे में रहने वाली एक अन्य छात्रा ने कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला।
रमेश ने दावा किया कि उन्होंने रात में ग्रेटर नोएडा पुलिस को घटना की सूचना दी लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को भी सूचित नहीं किया था। उन्होंने कहा कि छात्रा ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन के लोगों को आरोपी ठहराया है। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दो प्रोफेसर महेंद्र एवं सैरी मैडम को हिरासत में लिया गया है। शारदा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति पी के गुप्ता ने कहा कि मामले की यूनिवर्सिटी के स्तर पर आंतरिक जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में डीन ने उन्हें बताया कि छात्रा ने अपने एक ‘टेस्ट’ की कॉपी में प्रोफेसर के फर्जी साइन किए थे जिसे लेकर उसे टोका गया था और उसके परिजनों को भी बुलाकर यह बात बताई गई थी।
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