दिल्ली के चांदनी चौक के किनारी बाजार में बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर एक बुजुर्ग कारोबारी और उसके परिवार को बंधक बनाकर लाखों की लूट की। वारदात के बाद आरोपी सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी निकालकर ले गए। पुलिस ने शनिवार को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, 86 वर्षीय भीमसेन नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) से रिटायर्ड हैं। वह अपने बेटे संदीप, बहू नीलम और पोते हर्षित के साथ किनारी बाजार में रहते हैं। भीमसेन सोने-चांदी और कीमती पत्थर के कारोबार से जुड़े हैं। कारोबार घर से संचालित करते हैं। पीड़ित ने बताया कि वह शनिवार को घर पर थे, तभी एक युवक ने भीमसेन का नाम लेकर दरवाजा खटखटाया और उसने अपना नाम सुनील बताया। पीड़ित के दरवाजा खोलते ही दो युवक अंदर घुस गए।
पीड़ित के अनुसार, युवकों ने दस्तावेज ढूंढ़ने का बहाना किया, लेकिन कुछ नहीं मिला। इसी बीच जब पोता हर्षित उन्हें बाहर निकालने लगा तो एक बदमाश ने पिस्टल तान दी। उन्होंने हर्षित के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह पर टेप लगा दिया।
इसके बाद घर में मौजूद पांच स्मार्टफोन बंद कर झोले में रख लिए। बदमाश करीब 50 लाख रुपये मूल्य के सोने और हीरे के गहने तथा 3,550 डॉलर भी ले गए।
पूरे परिवार को रसोई में बंद कर फरार हुए बदमाश
वारदात के बाद बदमाशों ने कारोबारी के पूरे परिवार को रसोई में बंद कर दिया। बदमाशों के जाते ही पीड़ितों ने रसोई से शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया, तब जाकर घटना का पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि वारदात में किसी जानकार का हाथ हो सकता है, क्योंकि किनारी बाजार की तंग गलियों में स्थित घर तक पहुंचना और कीमती सामान की सटीक जानकारी होना बाहरी व्यक्ति के लिए संभव नहीं है। फिलहाल पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और बदमाशों की पहचान के प्रयास जारी हैं।
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