दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में चचेरे देवर के साथ मिलकर महिला ने अपने पति की हत्या कर दी। दोनों के बीच प्रेम संबंध था। 13 जुलाई को पति करण देव को माता रूप रानी मग्गो अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया और पुलिस को मामले की जानकारी भी दी। शुरुआत में इसे करंट से मौत होने के हादसे के तौर पर पेश किया गया। लेकिन कुछ दिनों बाद मृतक के भाई कुणाल देव के हाथों एक ऐसा सबूत लगा जिसने जांच की पूरी दिशा ही बदल दी। ये चैट मृतक की पत्नी और और उसके चचेरे भाई के बीच की थी।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इंस्टाग्राम पर हुई इस बातचीत से हत्या की साजिश का खुलासा हुआ। कुणाल ने उस बातचीत का वीडियो बनाकर 16 जुलाई को पुलिस को सौंप दिया। इस चैट से पता है पत्नी सुष्मिता ने 12 जुलाई की रात करण के खाने में 15 नींद की गोलियां मिला दी थीं। जब इन गोलियों का तुरंत असर नहीं हुआ, तो वह बेचैन हो गई।
इसके बाद उसने अपने चचेरे देवर राहुल को इंस्टाग्राम पर लिखा, एक बार देख लो कि दवा लेने के बाद मरने में कितना समय लगता है। उसे खाना खाए तीन घंटे हो गए हैं। न उल्टी हुई, न पॉटी, कुछ भी नहीं। और अभी तक मौत भी नहीं हुई है। तो फिर क्या करें? इस पर राहुल ने कहा, अगर तुम्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है, तो उसे शॉक दे दो।
इसके बाद सुष्मिता पूछती है, शॉक देने के लिए उसे कैसे बांधूं? राहुल ने कहा, टेप से। फिर सुष्मिता ने कहा, उसकी (करण) की सांस बहुत धीमी चल रही है। राहुल ने कहा, जितनी दवा है, उसे दे दो। इस पर सुष्मिता कहती है, मैं उसका मुंह नहीं खोल पा रही हूं। मैं पानी तो डाल सकती हूं, लेकिन दवा नहीं दे सकती। तुम यहां आओ, शायद हम सब मिलकर उसे यह खिला सकें।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने करण को बेहोश करने के बाद उसे बिजली का झटका देकर उसकी मौत को हादसा दिखाने की कोशिश की। जब नींद की गोलियों से वह तुरंत बेहोश नहीं हुआ, तो उन्होंने उसे बिजली का झटका देने का फैसला किया।वे उसकी मौत का कारण घर में हुई किसी बिजली दुर्घटना को ठहराना चाहते थे।
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