दिल्ली: कैसे 3 लड़कों ने मोबाइल के लिए की खौफनाक वारदात? आंखें फोड़ दफनाई लाश


 दिल्ली में तीन नाबालिगों ने एक ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसने आम लोगों को हैरान कर दिया है। पुलिस ने बताया कि 16-16 साल के तीनों बच्चों ने एक किशोर से मोबाइल छीनने की कोशिश की। इस पर किशोर ने विरोध किया तो तीनों ने मिलकर कथित तौर पर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपियों ने पहचान छिपाने के लिए किशोर की आंखें तक फोड़ दी। साथ ही लाश को अलीपुर में यमुना नदी के किनारे दफना दी। हैरानी की बात यह कि यह लाश तीन महीने बाद बरामद की गई।


मृतक की पहचान सोनू कुमार (18) के रूप में हुई है जो अप्रैल से लापता था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनू का कंकाल तीन फुट गहरे गड्ढे से बरामद किया गया है। पुलिस को लापता सोनू का कंकाल बरामद करने में सफलता बुधवार को तब मिली जब एक टीम को नियमित गश्त के दौरान तीन नाबालिगों पर शक हुआ। संयोग ही था जब बिना नंबर प्लेट वाली एक काली मोटरसाइकिल पर सवार ये तीन नाबालिग पुलिस टीम की गाड़ी को देखकर भागने लगे।


तीनों को भागता देख पुलिस टीम को शक हुआ। फिर टीम ने तीनों को आगे जाकर रोक लिया। तीनों आरोपी जिनकी उम्र 16 साल है उनसे सख्ती से पूछताछ शुरू की गई। पुलिस उपायुक्त (आउटरनॉर्थ) हरेश्वर स्वामी ने बताया कि जब तीनों से गाड़ी के कागज मांगे गए तो उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं। पुलिस अधिकारियों का शक और बढ़ गया। पुलिस अधिकारियों को लगा कि तीनों ने कोई गंभीर जुर्म किया है। पुलिस टीम की ओर से और सख्त पूछताछ शुरू की गई।

 

फिर तीनों ने तोते की तरह पूरी वारदात की कहानी बयां कर दी। वारदात की पूरी कहानी जान पुलिस अधिकारी भी हक्के बक्के रह गए। तीनों ने किशोर की हत्या कर के फोन छीनने की बात कबूल कर ली। एक आरोपी के पास से एक नियॉन रंग का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया। यही नहीं आरोपी किशोरों ने चोरी की मोटरसाइकिल इस्तेमाल करने की बात भी कबूल की। लगातार पूछताछ के दौरान नाबालिगों ने खुलासा किया कि उन्होंने यमुना नदी के किनारे एक राहगीर किशोर को निशाना बनाया था।


वारदात के दौरान जब किशोर ने फोन छीनने का विरोध किया तो तीनों ने कथित तौर पर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और अपराध छिपाने के लिए लाश को जलाशय के पास दफना दिया। लाश की पहचान ना हो पाए इस वजह से तीनों ने आंखें तक निकाल ली। पुलिस टीम नाबालिगों को साथ लेकर नदी किनारे गई जहां तीन फुट गहरा गड्ढा मिला। घटनास्थल से एक कंकाल बरामद किया गया। कंकाल को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।


पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन का IMEI नंबर ट्रेस करके मृतक की पहचान की गई। फिर पुलिस टीम ने मृतक सोनू के परिवार से संपर्क किया। परिजनों ने पुष्टि की कि वह पिछले तीन महीनों से लापता था और उसका फोन बंद था। आरोपियों के खिलाफ अलीपुर पुलिस स्टेशन में धारा 103(1) (हत्या), 238(ए) (अपराध के सबूत मिटाना या अपराधी को बचाने के लिए झूठी जानकारी देना) और बीएनएस की धारा 3(5) (संयुक्त दायित्व) के तहत मामला दर्ज किया गया है।



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