दैनिक सरोकार ! निशांत शर्मा
दिल्ली, 25 जून 2025 : 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल की 50वीं बरसी पर दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के एनेक्सी हॉल में संपूर्ण क्रांति राष्ट्रीय मंच की ओर से एक भव्य संवाद संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. राम प्रवेश सिंह ने की, जबकि संचालन पूर्व सांसद डॉ. सूरज मंडल ने किया ।
कार्यक्रम का उद्देश्य आपातकाल की त्रासदी को याद करना, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा हेतु जनजागरूकता फैलाना और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के विचारों को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाना रहा।
संगोष्ठी में मंच से जुड़े कई वरिष्ठ नेता व विचारक शामिल हुए, जिनमें डॉ. सत्यनारायण जाटिया (पूर्व केंद्रीय मंत्री), डॉ. धर्मवीर शर्मा (राष्ट्रीय कार्यकारी संयोजक), डॉ. सूरज मंडल (राष्ट्रीय कार्यवाहक संयोजक), डॉ. रमा शंकर सिंह (राष्ट्रीय प्रभारी संयोजक), अन्नाजी राजेदार, के. पी. सिंह, डॉ. अवधूत सदाशिव जोशी, डॉ. देवेन्द्र पी. सिंह, बलवंत सिंह निडर, शंकरलाल अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस दौरान कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने भी शिरकत की ।
वक्ताओं ने 1975 के आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र पर एक काले अध्याय के रूप में याद करते हुए कहा कि यह दिन हमें चेतावनी देता है कि सत्ता के दुरुपयोग से कैसे लोकतंत्र को कुचला जा सकता है। उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए ‘संपूर्ण क्रांति आंदोलन’ को देश के इतिहास में निर्णायक मोड़ बताया।
कार्यक्रम में “लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र” से अभय सिन्हा, राकेश जैन सहित सैकड़ों लोकतंत्र समर्थकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जेपी सेनानियों व संविधान रक्षकों ने हिस्सा लिया और एक स्वर में यह संकल्प लिया कि संविधान की आत्मा और लोकतंत्र की गरिमा के लिए किसी भी चुनौती का मुकाबला किया जाएगा।
इस अवसर पर संविधान, लोकतंत्र और जनआंदोलन के महत्व पर आधारित पुस्तिकाएं भी वितरित की गईं। कार्यक्रम के अंत में “लोकनायक अमर रहें” और “संविधान जिंदाबाद” के नारों से पूरा सभागार गूंज उठा।
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