गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर बीके शर्मा हनुमान ने बताया गुरु का महत्व



गाजियाबाद, 20 जुलाई 2025:


व्यास पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर नवयुग मार्केट स्थित अन्नपूर्णा बैंक्वेट हॉल में विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के पीठाधीश्वर ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने गुरु-शिष्य परंपरा पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए कहा कि "सब गुरु बनना चाहते हैं, चेला कोई नहीं" — यह पंक्ति आज के समय में अध्यात्मिक सत्य को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि गुरु ही जीवन को दिशा, उद्देश्य और प्रकाश प्रदान करता है।



गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि गुरु वही है जो अज्ञान के अंधकार से निकालकर ज्ञान का प्रकाश दिखाए। गुरु को ब्रह्मा, विष्णु, महेश के समान पूजनीय बताया गया है। इस आयोजन में प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कुमार देवाशीष ओझा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। उन्होंने भी गुरु के प्रति श्रद्धा और समर्पण का भाव प्रकट करते हुए कहा कि गुरु का आशीर्वाद ही शिष्य की सबसे बड़ी पूंजी है।



बीके शर्मा हनुमान ने गुरु के दो चरण — बुद्धि और विवेक — को जीवन की दिशा में सर्वोच्च बताया। उन्होंने कहा कि सच्चा गुरु वही है जो अपने शिष्य को आत्मजागरण की ओर प्रेरित करे, निःस्वार्थ भाव से कल्याण का मार्ग दिखाए। कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे और गुरु पूर्णिमा के महत्व को आत्मसात किया।









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