गाजियाबाद पुलिस ने जालसाजों के तौर-तरीकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके तहत पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल हुए फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेल...
गाजियाबाद पुलिस ने जालसाजों के तौर-तरीकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके तहत पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल हुए फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर बने 500 से अधिक अकाउंट चिह्नित किए हैं। इनमें से 361 अकाउंट को बंद भी करा दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, जालसाज लोगों को फंसाने के लिए सोशल प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। ठग फर्जी अकाउंट और प्रोफाइल बनाकर लोगों को लालच देकर मोटी रकम ऐंठते हैं। साइबर थाना पुलिस ने दर्ज हुए मामलों में समीक्षा करते हुए उन सोशल मीडिया अकाउंट को चिह्नित किया, जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी में हुआ था। समीक्षा में सामने आया कि एक फर्जी अकाउंट से कई लोगों को ठगा गया। इसके बाद पुलिस ने इन अकाउंट को बंद कराने की कार्रवाई शुरू की गई।
अधिकारियों के मुताबिक, 27 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक 361 अकाउंट बंद कराए गए हैं। ठगी में इस्तेमाल हुए अकाउंट का चिन्हीकरण जारी है। 250 से अधिक अकाउंट और ट्रेस हुए हैं, जिन्हें बंद कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
12 हजार से अधिक मोबाइल नंबर बंद कराए : पूर्व में साइबर ठगी के मामलों की जांच के लिए सिर्फ एक साइबर सेल थी। यहां की जांच रिपोर्ट के बाद संबंधित थाने में केस दर्ज होता था। इसके बाद हर थाने पर साइबर सेल गठित कर दी गई और 21 जनवरी 2024 से गाजियाबाद में साइबर थाना संचालित हो गया। पांच लाख रुपये और इससे अधिक की ठगी के केस साइबर थाने में दर्ज होते हैं, जबकि इससे कम की ठगी के मामले संबंधित थानों में दर्ज होते हैं। पिछले साल साइबर थाने में 368 मुकदमे दर्ज हुए, जबकि इस साल 18 जुलाई तक 145 केस दर्ज हो चुके हैं। पुलिस के मुताबिक ठगी के इन मामलों में जालसाजों ने 12 हजार 15 मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने जिस नंबर को ट्रेस किया, वह फर्जी आईडी पर मिला। इन सभी नंबरों को बंद कराया दिया गया है।
4700 से अधिक बैंक खाते फ्रीज कराए
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 514 मामलों में ठगी गई रकम फर्जी आईडी पर खुले खातों में मंगाई गई। ठगों ने पहले एक खाते में रकम ट्रांसफर की या पीड़ित से कराई। इसके बाद उसे दूसरे खातों में भेज दिया गया। शिकायत पर पुलिस सबसे पहले खाते फ्रीज कराती है। अधिकारियों के मुताबिक, पीड़ितों को रकम वापस दिलाने के लिए 4775 बैंक खाते फ्रीज कराए गए।
डेढ़ साल में एक अरब से अधिक की ठगी
अधिकारियों के अनुसार, फरवरी 2024 से जून 2025 तक ठगाें ने लोगों से एक अरब 33 करोड़ 81 लाख रुपये ऐंठ लिए। साइबर थाना पुलिस ने 29 करोड़ दो लाख 47 हजार रुपये वापस दिलाए। ठगी गई रकम और वापस दिलाई गई यह रकम सिर्फ साइबर थाने में दर्ज मामलों की है। अन्य थानों में दर्ज मामलों में ठगी गई रकम और वापस दिलाई रकम इससे अलग है।
सच्चिदानंद, एडीसीपी क्राइम, ''साइबर ठगों की कमर तोड़ने के लिए ठगी में इस्तेमाल सोशल मीडिया अकाउंट की समीक्षा की जा रही। 361 अकाउंट बंद करा दिए गए हैं, जबकि चिह्नित अकाउंट को बंद कराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। यह कार्रवाई लगातार जारी है।''
कोई टिप्पणी नहीं