राधिका यादव हत्याकांड की जांच लगातार जारी है, लेकिन पुलिस के सामने अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं हैं। इस मामले में पुलिस ने मृतका की दोस्त हिमांशिका से फोन पर पूछताछ की है। पूछताछ के दौरान कई जानकारी मिली है। हिमांशिका ने पुलिस को बताया कि राधिका और हिमांशिका के बीच आखिरी बार जनवरी महीने में फोन पर बात हुई थी। इस हिसाब से दोनों के बीच 6 महीने से संपर्क नहीं था।
बातचीत की यह लंबी अवधि का अंतराल जांचकर्ताओं के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है। बता दें कि राधिका की पिता के द्वारा हत्या करने के बाद हिमांशिका ने सोशल मीडिया पर आकर दो वीडियो में उसकी आपबीती के बारे में जिक्र किया था,उसके बाद पुलिस ने हिमांशिका से संपर्क कर जानकारी हासिल करने के साथ-साथ मामले से जुड़े डिजिटल साक्ष्य मांगे थे, लेकिन हिमांशिका ने पुलिस को इस बारे में मना कर दिया था।
हिमांशिका ने कहा- मेरे पास कोई सबूत नहीं
पुलिस इस हत्याकांड से जुड़े हर छोटे-बड़े पहलू को खंगाल रही है। इसी कड़ी में राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका से पूछताछ की गई। पुलिस ने हिमांशिका से स्पष्ट रूप से पूछा कि क्या उनके पास राधिका की हत्या से संबंधित कोई भी साक्ष्य या जानकारी है, जो जांच में मददगार साबित हो सके। हालांकि, हिमांशिका ने पुलिस के सामने साफ इनकार कर दिया कि उनके पास ऐसा कोई भी सबूत मौजूद है।
फोरेंसिक रिपोर्ट पर टिकीं पुलिस की उम्मीदें
राधिका हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में अब पुलिस की सबसे बड़ी उम्मीद फोरेंसिक लैब से आने वाली रिपोर्ट पर टिकी है। पुलिस को राधिका यादव और उनके पिता दीपक यादव के फोन डाटा की विस्तृत फोरेंसिक रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है। इन फोनों से डिजिटल साक्ष्य, जैसे कि कॉल रिकॉर्ड, मैसेज, सोशल मीडिया चैट, इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री और लोकेशन डाटा, मामले में निर्णायक साबित हो सकते हैं।
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