एफआईआर की होम डिलीवरी सेवा पर जनता ने जताई संतुष्टि, कहा- ‘यह बदलाव स्वागत योग्य है
दैनिक सरोकार ! निशांत शर्मा _
गाजियाबाद: कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस ने जनता केंद्रित (Citizen Centric) पुलिसिंग की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया है। पुलिस आयुक्त गाजियाबाद के निर्देशों के तहत आज 19 अप्रैल 2025 को विभिन्न थानों में दर्ज की गई एफआईआर की प्रति संबंधित पुलिसकर्मियों द्वारा पीड़ितों के घर जाकर उन्हें सौंपी गई।
इस पहल का उद्देश्य पीड़ितों को और अधिक सुविधा देना है, जिससे उन्हें थाने के चक्कर न काटने पड़ें। अब से प्रतिदिन दर्ज होने वाले अभियोगों की प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) की प्रति वादियों को उनके पते पर उपलब्ध कराई जाएगी। यह व्यवस्था गाजियाबाद पुलिस की संवेदनशीलता और सेवा भाव को दर्शाती है।
एफआईआर अब घर पर: गाजियाबाद पुलिस की नई पहल को जनता ने बताया ‘बड़ी राहत’
गाजियाबाद में शुरू हुई एफआईआर की 'होम डिलीवरी' सेवा को लेकर आम लोगों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इस पहल के तहत अब पीड़ित को थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, बल्कि दर्ज एफआईआर की कॉपी सीधे उनके घर पहुंचाई जाएगी।
स्थानीय निवासी अनिता शर्मा ( बदला हुआ नाम ) का कहना है, "अक्सर बुज़ुर्गों और महिलाओं को थाने जाकर रिपोर्ट की कॉपी लेने में मुश्किल होती थी। ये सुविधा उनके लिए बहुत मददगार साबित होगी।"
वहीं, एक युवा व्यापारी अजय गोयल ( बदला हुआ नाम ) ने कहा, "डिजिटल इंडिया की दिशा में यह एक सराहनीय कदम है। पारदर्शिता भी बढ़ेगी और जनता का भरोसा भी।"
हालांकि कुछ लोगों ने यह सुझाव भी दिया कि सेवा को सिर्फ वरिष्ठ नागरिकों या खास वर्ग तक सीमित न रखकर हर पीड़ित को इसका लाभ मिलना चाहिए।
जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया से साफ है कि यह सुविधा न केवल व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि पुलिस और जनता के बीच दूरी भी कम करेगी।
0 टिप्पणियाँ