पारदी शिकारी गैंग के दो इनामी समेत तीन बदमाश पुलिस की जाल में फंसे, छह साल से जारी थी..

Three criminals including two prize-winning ones of Pardi Shikari Gang got caught in the police net, the case was going on for six years.



गौतमबुद्ध नगर : कोतवाली सेक्टर-113 पुलिस ने पारदी गैंग के दो इनामी बदमाश समेत तीन बदमाशों को मेट्रो स्टेशन सेक्टर 51 नोएडा के पास से गिरफ्तार किया है। पकडे गये तीन बदमाशों दो बदमाश गैंगस्टर अधिनियम में वांछित चल रहे 25-25 हजार रूपये के ईनामी है. जो 2019 में कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस के हुए मुठभेड़ के बाद से फरार चल रहे थे. 



पुलिस की गिरफ्त में खडे विरेन्द्र कुमार वर्मा, हिमांशु वर्मा और मयूर कुमार पारदी गैंग के सदस्य है, इस गिरोह के नाम का मतलब ही शिकारी है।  एडिशनल डीसीपी मनीष मिश्रा ने बताया कि जो मध्य प्रदेश के गुना जिले से आ कर पहले दिल्ली-एनसीआर में बंद घरों को खोजते हैं और जैसे ही इन्हें अनुकूल माहौल मिलता है घर का सारा सामान उड़ा देते हैं। चोरी किय हुआ जेवरात को गलाने हेतु एनसीआर में अपने गैंग के सक्रिय सदस्यों को जेवरात देकर गलाकर रुपांतरित आभूषण बनवाकर वापस चले जाते है। 



बाइट : मनीष मिश्रा, एडिशनल डीसीपी नोएडा

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि वर्ष 2019 में शहर में इस गिरोह का आतंक था और नोएडा के दर्जनों बंद मकानों में इन्होंने चोरी की थी। जिसके बाद कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस ने क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के सहयोग इनके खिलाफ आपरेशन चलाया था और पारदी गैंग के कुछ सदस्यों के साथ कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, इस दौरान पुलिस ने 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। जिसमे 50 हज़ार के इनामी सब्बीत और गिरीज को गिरफ्तार किया, तभी से हिमांशु वर्मा और मयूर कुमार फरार चल रहे थे और दोनों पर 25-25 हजार रूपये घोषित था, छह साल बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है. और इनके पास से दो अवैध तमंचे बरामद किये गये है. 







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