ताइवान और भारत ने निवेश और विकास को दिया बढ़ावा, दोनों देशों ने बढ़ाया हाथ


ताइवान और भारत के बीच द्विपक्षीय सहयोग ने न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है, बल्कि दोनों देशों को निवेश और विकास के लिए आकर्षक गंतव्य बनने में भी मदद की है। दोनों देशों के बीच ताइवान एक्सपो एक प्रमुख पहल है, जो दोनों देशों के बीच में द्विपक्षीय व्यापार को सुविधाजनक बनाने में एक महत्वपूर्ण मंच के रुप में भूमिका निभाते हैं। 2024 में जनवरी से मई तक के समय में ताइवान से भारत में चिप्स का सबसे ज्यादा निर्यात हुआ है जिसकी मात्रा $1.18 बिलियन है। निर्यात में यह वृद्धि 49.4% के दर से हुई। साथ ही इस वर्ष 

ताइवान एक्सपो का बहुप्रतीक्षित 7वां संस्करण, ताइवान एक्सपो 2024, जो ताइवान के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रशासन (International Trade Administration), आर्थिक मामलों का मंत्रालय (Ministry of Economic Affairs or TITA), और ताइवान बाह्य व्यापार विकास परिषद (TAITRA) के द्वारा आयोजित किया जाता है, 8-10 जुलाई को भारत मंडपम (प्रगति मैदान) (हॉल नंबर 2) में होगा। पांच साल के अंतराल के बाद हो रहे इस बहुप्रतीक्षित आयोजन के द्वारा ताइवान एक्सपो अपनी भव्य वापसी कर रहा है, और ताइवानी और भारतीय दोनों हितधारकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

बता दें कि प्री-एक्सपो प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगभग 50 मीडिया आउटलेट्स के संवाददाताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के पूर्वी एशिया और उत्तरी अमेरिका के निदेशक गौरव वत्स, इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ELCINA) के महासचिव राजू गोयल, और भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के महाप्रबंधक (बीडीडी), आइ. ए. एस. राकेश चंद्र शर्मा शामिल थे। टीईसीसी (TECC) के आर्थिक प्रभाग के कार्यकारी निदेशक चेन यू-ची ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

 केवेन चंग, उप कार्यकारी निदेशक, TAITRA ने इस बात को रेखांकित किया कि " इससे भारत हमारा 14वां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार बन गया।

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