नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2025 : प्राचीन शिव शक्ति दुर्गा मंदिर ट्रस्ट, हिमालय इंक्लेव वार्ड-23 सेक्टर-10 में आयोजित संगीतमय श्रीराम ...
नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2025 : प्राचीन शिव शक्ति दुर्गा मंदिर ट्रस्ट, हिमालय इंक्लेव वार्ड-23 सेक्टर-10 में आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा के चतुर्थ दिवस में श्रद्धालु उस समय भावविभोर हो उठे, जब अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक संत श्री नारायण हरि जी महाराज ने ताड़का वध एवं जनकपुर में राम-लक्ष्मण के आगमन का मार्मिक प्रसंग प्रस्तुत किया। कथा में बताया गया कि चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न ने कुलगुरु वशिष्ठ के आश्रम में गुरुकुल शिक्षा के माध्यम से वैदिक ज्ञान, नीति और राजधर्म की शिक्षा प्राप्त की। इसके पश्चात महर्षि विश्वामित्र के आग्रह पर राम और लक्ष्मण यज्ञ की रक्षा हेतु वन गए, जहां उन्हें दिव्य अस्त्रों का ज्ञान प्राप्त हुआ।यज्ञ की रक्षा करते हुए भगवान राम ने ताड़का और सुबाहु का वध कर धर्म की स्थापना की। इसके बाद राम-लक्ष्मण का मिथिला में प्रवेश हुआ, जिसे सुनकर कथा पंडाल जयघोष से गूंज उठा। कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने धर्म, साहस, कर्तव्य और मर्यादा के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष विनोद तिवारी, मुख्य यजमान संतोष अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, श्रद्धालु और क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
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