दिल्ली पुलिस ने दो ड्रग सप्लायरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की हेरोइन जब्त किया है। एक अधिकारी ने रविवार को ब...
दिल्ली पुलिस ने दो ड्रग सप्लायरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की हेरोइन जब्त किया है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि टीम ने पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक अभियान में 1049 ग्राम हेरोइन, एक स्कूटर, नकदी और मोबाइल फोन जब्त किए।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि इस गिरोह का नेतृत्व नंद नगरी निवासी 54 साल की सीमा कर रही थी। वह कई आपराधिक मामलों में आरोपी है। इसके अलावा शाहदरा निवासी उसकी 43 साल की ननद समिता भी इस गिरोह का हिस्सा थी।
अधिकारी ने आगे बताया कि दोनों महिलाओं को 22 अगस्त को जीटीबी अस्पताल के पास छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था। दोनों डी-ब्लॉक झुग्गी नंद नगरी में हेरोइन की खेप पहुंचाने की कोशिश कर रही थीं। उन्होंने बताया कि उनके पास से 1049 ग्राम प्रतिबंधित पदार्थ बरामद किया गया।
डीसीपी ने कहा कि हाल ही में हुई खुफिया मैपिंग के दौरान सीमा के घर को दिल्ली भर में मादक पदार्थों की तस्करी के 64 सबसे खतरनाक ठिकानों में से एक के रूप में चिह्नित किया गया था। उसके घर का इस्तेमाल हेरोइन के भंडारण और वितरण केंद्र के रूप में किया जा रहा था।
यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर के सप्लायरों से हेरोइन खरीदता था और फिर उसे नंद नगरी और आसपास के इलाकों में पहुंचाता था। वहां से इसे छोटे तस्करों और फिर कस्टमर तक पहुंचाया जाता था। सीमा खरीद और वितरण पर नजर रखती थी। समिता माल लाने और ले जाने सहित वितरण में मदद करती थी।
पुलिस ने आगे बताया कि सीमा दो दशकों से भी ज्यादा समय से दिल्ली के नशीले पदार्थों के धंधे में सक्रिय है। डीसीपी ने कहा कि उस पर एनडीपीएस अधिनियम के 10 और आबकारी अधिनियम के 30 मामले दर्ज हैं। वह इस साल नंद नगरी थाना और शाहबाद डेयरी थाना में दर्ज नशीले पदार्थों के दो मामलों में भी वांछित थी। उसके बेटों पर भी एनडीपीएस के आरोप हैं।
सीमा की ननद समिता का भी आपराधिक इतिहास है। उस पर आबकारी अधिनियम के तहत 3 और एनडीपीएस अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज है। पुलिस ने बताया कि आपूर्ति के स्रोत और सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।
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