भरथना, 31 मई:
साम्हो क्षेत्र के मेघुपुरा गांव स्थित गमा देवी परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के आठवें दिन सोमवार को कथा वाचिका अलका शास्त्री ने कंस वध का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जब अत्याचार और अहंकार बढ़ जाता है, तब प्रभु स्वयं अवतार लेकर उसका अंत करते हैं।
उन्होंने बताया कि कंस ने अपनी बहन और पिता तक को कैद कर लिया था। राज्यभर में उसका आतंक था। लेकिन जैसे ही आठवें पुत्र से मारे जाने की भविष्यवाणी हुई, भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लेकर उसका संहार किया।
इससे पहले जिला पंचायत सदस्य पुष्कर सिंह यादव ने अलका शास्त्री का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। कथा पंडाल में परीक्षित हरदयाल सिंह, उनकी पत्नी गंगा देवी समेत कई श्रद्धालु भावविभोर दिखे। आयोजकों ने बताया कि मंगलवार को कथा विश्राम होगा और बुधवार को पूर्णाहुति के साथ भंडारा होगा।
इस दौरान लायक सिंह, प्रदीप कुमार, सुखवीर सिंह, सतीश कुमार, सुरजीत सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।
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