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गजब हाल! रनवे पर कब्जा कर बना लिया घर, कर रहे खेती-बाड़ी; 500 एकड़ में फैली हवाई पट्टी

 द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गाजीपुर में दो हवाई पट्टियों का निर्माण कराया गया था. ताकि यहां से सैनिकों को राशन और अन्य सामग्री आसानी से पह...


 द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गाजीपुर में दो हवाई पट्टियों का निर्माण कराया गया था. ताकि यहां से सैनिकों को राशन और अन्य सामग्री आसानी से पहुंचा जा सके. हवाई पट्टियों की करीब 509 एकड़ भूमि गाजीपुर के अंधऊ और शहवाजकुली इलाके में आती है. लेकिन मौजूदा समय में यह रक्षा विभाग के अंतर्गत है, जिस पर स्थानीय लोगों ने कब्जा कर लिया है. कोई खेती तो कोई मकान बनाकर जमीन का इस्तेमाल कर रहा है. भूमि को चिन्हित करने के लिए रक्षा विभाग की एक टीम पिछले कई दिनों से अंधऊ में मौजूद है. भूमि सदर और मोहम्मदाबाद के करीब 40 से 45 गांव के बीच में है.


गाजीपुर में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की जमीन है जो अंधऊ हवाई अड्डा और शाहबाज कुली इलाके में है. करीब 500 एकड़ से अधिक भूमि में हवाई अड्डे का निर्माण कराया गया था. लेकिन धीरे-धीरे स्थानीय लोगों ने जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया. वहीं अब रक्षा संपदा विभाग एक बार फिर से एक्टिव हो गया है जिले में घूम-घूमकर अपनी जमीन को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया है. इसी के चलते इन दिनों गाजीपुर के सदर तहसील के कई गांव में रक्षा संपदा विभाग की टीम जमीन को चिंहित करने में लगी हुई है.


जानकारों की माने तो रक्षा संपदा की कुल 509 एकड़ भूमि है और यह भूमि सदर और मोहम्मदाबाद के करीब 40 से 45 गांव में है. जिसमें स्थानीय प्रशासन की दखलंदाजी नहीं करने के कारण लोगों ने कब्जा कर खेती करना शुरू कर दिया तो कुछ लोग बिल्डिंग बनवा कर रहना शुरू कर दिया.

इन गांवों में चल रहा चिंहित करने का काम


रक्षा संपदा विभाग के मोहम्मदाबाद तहसील के अंतर्गत आने वाला शाहबाजकुली हवाई पट्टी के एरिया में करीब 235 एकड़ की जमीन है. यह भूमि बेन सागर, शाहबाज कुली, हुसैनपुर, चकमिर हरबल्लमपुर, अकावलपुर, मेमराजपुर, गौसपुर, दिलावरपुर, शाहपुर, सरायबहादुर, फिरोजपुर कला, चक मसूद मुंडेरा, रसूलपुर, अकबरपुर, कठौत, कल्याणपुर, अहमद पति, धरमपुर, कबीरण सहित अनेक गांवों में है.


वहीं रजदेपुर देहाती इलाके में एयर फील्ड के लिए करीब 272 एकड़ की भूमि है जो अंधऊ, बीकापुर, बिराइच, बकुलीयापुर, चंदनवाहा, मीठापारा, कपूरपुर, फतेहपुर, सिकंदर, रजदेपुर, चक हुसैन, माधोपुर, मिश्रौलिया, देवकटिया आदि है.


लेखपाल और राजस्व निरीक्षक भी कर रहे मदद


इन गांवों के लोगों ने धीरे-धीरे रक्षा संपदा की भूमि पर कब्जा कर अपना अवैध निर्माण और खेती करना आरंभ कर दिया. वहीं अब प्रयागराज मंडल के रक्षा संपदा अधिकारी ने भी जिला प्रशासन को पत्र भेज कर विभाग की जमीन का सीमांकन करने की बात कही थी. जिसके बाद उप जिला अधिकारी सदर और मोहम्मदाबाद को पत्र भेजकर लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की अगुवाई में टीम भी गठित कर दी गई. वहीं अब रक्षा संपदा विभाग, लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की टीम प्रतिदिन अलग-अलग गांव में जाकर रक्षा संपदा विभाग की भूमि को चिन्हित करने का काम कर रही हैं.


क्या बोले उप जिलाधिकारी?


उप जिलाधिकारी मनोज कुमार पाठक ने कहा कि रक्षा संपदा विभाग की एक टीम गाजीपुर में आई है जो अपनी जमीन को चिन्हित करने का काम कर रही है. जिसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से लेखपाल और कानूनगो को लगाया गया है. जो उनके द्वारा बताए गए जमीन को चिन्हित कर उसका सीमांकन करने का काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि जब भी कोई बाहरी टीम आती है तो उन लोगों को सहयोग देना जिला प्रशासन का काम होता है. इसी के तहत रक्षा संपदा टीम के साथ कोऑर्डिनेशन कर काम कराया जा रहा है.






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