Page Nav

HIDE

Breaking News:

latest

क्रिकेट का जूनुन, उड़ान भरने के सपने…दोस्तों ने बताया को-पायलट क्लाइव कुंदर का संघर्ष

अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद...



अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गई. इस हादसे में केवल एक ही यात्री जीवित बचा. हादसे में को-पायलट क्लाइव कुंदर की भी जान चली गई. क्लाइव के दोस्तों और पड़ोसियों ने उन्हें एक अच्छे स्वभाव वाले और खेल प्रेमी इंसान के रूप में किया याद.


क्लाइव के दोस्तों का कहना है कि टीवी पर दिखाए जा रहे हादसे के दृश्य (Scene) उन्हें बार-बार परेशान कर रहे हैं. इन दृश्यों को देखकर रोना आता है. हमारे बीच से इतना अच्छा दोस्त अचानक से ऐसे चला गया कि विश्वास ही नहीं होता है. क्लाइव के दोस्त अब भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि वे अब इस दुनिया में नहीं हैं. क्लाइव का परिवार पहले मुंबई के सांताक्रूज में जेरोम अपार्टमेंट में रहता था. उसके बाद बोरीवली और फिर गोरेगांव में रहने आ गया.


जो ठान लेते थे वो करके ही छोड़ते थे: डिसूजा


जेरोम अपार्टमेंट में उनके पड़ोसी फ्लॉयड डिसूजा ने बताया कि ‘क्लाइव ने पायलट बनने का सपना देखा और उसे पूरा किया. वे बहुत मेहनती और प्रतिभाशाली थे, जो ठान लेते थे वो करके ही छोड़ते थे. इससे पहले उन्होंने एक साल तक एयरोनॉटिकल इंजीनियर (Aeronautical Engineer) के तौर पर भी काम किया था. वे और उनका परिवार बहुत मिलनसार थे. जब मुझे इस हादसे और क्लाइव के बारे में पता चला. तब मैं एकदम स्तब्ध (Shocked) रह गया. मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मेरा इतना अच्छा दोस्त अब इस दुनिया में नहीं रहा.’


क्रिकेट के दिवाने थे क्लाइव: मुर्जेलो


क्लाइव के पिता क्लिफोर्ड के दोस्त बोनाफेसियो मुर्जेलो ने बताया कि ‘क्लाइव को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था. वे अपने घर में अक्सर क्रिकेट खेलते थे. उनका व्यवहार बहुत दोस्ताना था, जब भी मिलते थे तो हमारी बहुत सी बातें होती थीं.’ बोनाफेसियो ने कहा कि ‘हम क्लाइव के पिता को रैम्बो कहते थे क्योंकि उन्हें बॉडीबिल्डिंग का शौक था. पूरा परिवार खेलों का दीवाना था.’ क्लाइव की बहन जो अब ऑस्ट्रेलिया में काम करती हैं. वे जल्द ही अन्य रिश्तेदारों के साथ अहमदाबाद पहुंचने वाली हैं. दोस्तों और परिवार के लिए यह दुखद समय है. लेकिन क्लाइव की यादें और उनके जुनून को सभी हमेशा संजोकर रखेंगे. पड़ोसियों ने बताया कि क्लाइव हमेशा हमारी यादों में जिंदा रहेंगे.




कोई टिप्पणी नहीं