दैनिक सरोकार ! निशांत शर्मा / नोएडा : 17 अप्रैल 2024 को नोएडा शहर अपना 49वां स्थापना दिवस मना रहा है। यह शहर, जो कभी दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार हुआ करता था, आज उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर बन गया है।
√ इतिहास :
* 1976 में उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास अधिनियम के तहत नोएडा की स्थापना हुई थी।
* इसका उद्देश्य दिल्ली की बढ़ती आबादी के लिए आवास और औद्योगिक क्षेत्र प्रदान करना था।
* शुरुआती दिनों में, नोएडा को योजनाबद्ध शहर के रूप में विकसित किया गया था, जिसमें 168 सेक्टर थे, जिनमें से प्रत्येक में आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्र थे।
√ विकास :
* धीरे-धीरे, नोएडा ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों, आईटी दिग्गजों और शैक्षणिक संस्थानों का केंद्र बनकर उद्योग और शिक्षा का केंद्र बन गया।
* शहर ने मल्टी-स्टोरी अपार्टमेंट, शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स और मनोरंजन पार्कों के साथ एक आधुनिक और जीवंत शहरी परिदृश्य विकसित किया है।
* नोएडा एक्सप्रेसवे और मेट्रो रेल जैसी बेहतरीन कनेक्टिविटी के साथ, यह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
√ आज का नोएडा :
* आज, नोएडा उत्तर प्रदेश का सबसे विकसित और समृद्ध शहरों में से एक है।
* यह भारत के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है, और इसकी आबादी लगातार बढ़ रही है।
* नोएडा को अक्सर "भारत का सिलिकॉन वैली" कहा जाता है, क्योंकि यह कई आईटी कंपनियों का घर है।
* यह शहर अपनी उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली, स्वास्थ्य सेवा और जीवन स्तर के लिए भी जाना जाता है।
√ भविष्य :
नोएडा निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में और भी अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। सरकार शहर को और अधिक रहने योग्य और टिकाऊ बनाने के लिए कई पहलों पर काम कर रही है।
नोएडा निश्चित रूप से भारत के सबसे चमकीले सितारों में से एक है, और यह आने वाले वर्षों में भी अपनी चमक बिखेरता रहेगा।
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