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‘हनीट्रैप में फंसाया, ऐंठती रही लाखों रुपये, फिर एक दिन अचानक…’, इंदौर के पब मालिक ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर किया सुसाइड, 5 पन्नों में लिख गया आपबीती

 मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पब मालिक ने महिला की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर सुसाइड कर लिया. इस केस ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है. क्लब मालिक...


 मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पब मालिक ने महिला की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर सुसाइड कर लिया. इस केस ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है. क्लब मालिक भूपेंद्र रघुवंशी शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे भी थे. मगर दो साल पहले भूपेंद्र की दोस्ती इति तिवारी नामक शादीशुदा महिला से हुई. वो उसके हनीट्रैप में ऐसे फंसे की आत्महत्या जैसे खौफनाक कदम उठा लिया.


भूपेंद्र रघुवंशी के पास से पुलिस को पांच पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें इति तिवारी का नाम लेकर लिखा है- वो 25 लाख रुपये और आईफोन लेने के बाद भी मुझे ब्लैकमेल कर रही थी. धमका रही थी कि झूठे रेप केस में फंसा दूंगी.

 

पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. भूपेंद्र एक बार भी संचालित कर चुके हैं. उनके परिजनों ने पुलिस को बताया कि भूपेंद्र पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे. किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे. भूपेंद्र के परिवार में पत्नी, एक बेटा व एक बेटी है. तनाव में रहने के कारण वे कारोबार पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे थे. उनके तीन पब बंद हो गए थे. बाद में एक रेस्त्रां खोला. वह भी बंद हो गया था. कर्ज के कारण भी वो काफी परेशान थे.


क्लब में हुई थी युवती से मुलाकात


पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला- इति से भूपेंद्र की मुलाकात दो साल पहले क्लब में ही हुई थी. महिला दूसरे शहर में रहती है, लेकिन इंदौर आती-जाती रहती थी. उसने भूपेंद्र से दोस्ती की और फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. बाद में झूठे रेप केस में फंसाने की धमकियां भी देने लगी. इसके बाद मंगलवार को भूपेंद्र ने आत्महत्या कर ली. भूपेंद्र इंदौर में लंबे समय से शराब कारोबार से जुड़े थे और दो पबों का संचालन भी कर चुके थे. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है.


‘इति मुझे ब्लैकमेल कर रही थी’


भूपेंद्र ने पांच पन्नों के सुसाइड नोट में लिखा- इति से मेरी दोस्ती दो साल पहले हुई थी. शुरू में सब कुछ सही चल रहा था. वो इंदौर में रहती थी, लेकिन बाद में मुंबई चली गई. वहां से उसने मुझे धमकियां देने शुरू कर दीं. कहती थी कि दुष्कर्म का केस दर्ज करवा दूंगी. एक दिन जब वह इंदौर आई तो उसने रात में खूब हंगामा किया. मामला 25 लाख रुपये में सुलझा. उसे कुछ लोग सपोर्ट कर रहे थे. फिर उसने मुझे और ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया.


‘सारे खर्चे उठाता था मैं उसके’


सुसाइड नोट में आगे लिखा- मैं इति के सारे खर्चे उठाता था. उसने मुझसे कार खरीदने की डिमांड भी की. मैंने कार लेने की भी हां कर दी थी, लेकिन फिर इनकार कर दिया. इस पर उसने कहा कि केस लगवा दूंगी. फिर कहने लगी कि अब तो मुझे IPhone-17, एक फ्लैट और कार तीनों चीजें चाहिए. उससे परेशान होकर मैंने दूसरा फोन लिया. एक फोन हमेशा उसके लिए फ्री रखना पड़ता था. उसके पति को भी हमारे बारे में पता था. एक बार मैं अपनी पत्नी और बच्चों को मुंबई छोड़ने गया था, तब भी इति ने ड्राइवर के सामने मुझसे झगड़ा किया. फिर वो इंदौर आई तो मेरे दोनों मोबाइल फोन को उसने कार के नीचे रखकर तुड़वा दिया. वो मुझे हर वक्त जलील करती थी. मेरे मरने के बाद मेरे घर वालों और दोस्तों को कोई परेशान न करें. मेरे दोस्तों को इति के बारे में सब पता है.




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