राजधानी दिल्ली में इस बार अगस्त में मॉनसून की खासी मेहरबानी बनी हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 12 साल में यह तीसरा मौका है,...
राजधानी दिल्ली में इस बार अगस्त में मॉनसून की खासी मेहरबानी बनी हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 12 साल में यह तीसरा मौका है, जब अगस्त में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पिछले साल भी सफदरजंग मौसम केन्द्र में सामान्य से 67 फीसदी बारिश हुई थी।
दिल्ली में इस बार पहले की तुलना में बारिश के पैटर्न में ज्यादा एकरूपता देखने को मिल रही है। एक बार में ही बहुत ज्यादा बारिश होने की तुलना में हल्की और मध्यम बारिश मौसम के लिए ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। इससे बारिश के पानी का भूमिगत संभरण भी तुलनात्मक तौर पर ज्यादा होता है।
वहीं, एक बार में ही बहुत ज्यादा बारिश होने से लोगों को जलभराव और जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बाद में जब बारिश नहीं होती है तो लोगों को उमस भरी गर्मी झेलनी पड़ती है।
इस बार जुलाई के 31 दिनों में 29 दिन ऐसे रहे थे, जब किसी न किसी मात्रा में बारिश हुई थी। वहीं, अगस्त में अब तक 17 दिन बारिश हो चुकी है।
आंकड़ों के अनुसार, यह लगातार दूसरा साल है जब अगस्त में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पिछले वर्ष कुल मिलाकर 390.3 मिमी बारिश हुई थी, जबकि सामान्य तौर पर 233.1 मिमी बारिश होती है। इससे पहले 2020 में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इस बार अगस्त में अब तक सामान्य से 61 फीसदी ज्यादा हुई है।
सफदरजंग मौसम केन्द्र में अगस्त महीने का औसत तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन इस बार अच्छी बारिश और घने बादलों के चलते तापमान में खासी गिरावट देखने को मिली। इस महीने में यह तीसरा मौका है जब अधिकतम तापमान 30 डिग्री से नीचे पहुंचा है। इससे पहले नौ अगस्त को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। 14 अगस्त को अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री था।
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