गाजियाबाद नगर निगम की 1702 दुकानों का किराया डीएम सर्किल रेट की दर से बढ़ाया जाएगा। 500 से चार हजार रुपये का शुल्क देने वाले दुकानदारों को अ...
गाजियाबाद नगर निगम की 1702 दुकानों का किराया डीएम सर्किल रेट की दर से बढ़ाया जाएगा। 500 से चार हजार रुपये का शुल्क देने वाले दुकानदारों को अब कई गुना किराया देना होगा। कुछ जगह तो दुकानों का किराया 10 गुना तक बढ़ सकता है।नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, शासन से आदेश जारी होने के बाद निगम की आय में हर साल करीब 10 करोड़ बढ़ोतरी होगी।
नगर निगम की सिटी जोन में 1447, मोहननगर जोन में 95, कविनगर जोन में 105 और विजयनगर जोन में 28 दुकानें हैं। दुकानों का किराया करीब 26 साल से नहीं बढ़ा। ऐसे में जिस किराये पर दुकानों का आवंटन हुआ था, उसी दर से रकम वसूली जा रही है। किसी दुकान का किराया 500 रुपये है तो कहीं दो हजार से लेकर चार रुपये है, जबकि बाजार दर में आठ से 20 हजार रुपये दुकानों का किराया है।
तीन साल पहले प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा गया था : अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम करीब तीन साल पहले दुकानों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में लाया था। इस प्रस्ताव को कुछ पार्षदों के विरोध के साथ पास कर दिया था। इसके बाद व्यापारी लगातार निगम के फैसले का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बाजार बंद कर निगम मुख्यालय पर धरना दिया था। इसके बाद निगम ने मामले को शासन में भेज दिया था। शासन ने किराया बढ़ाने के लिए कहा है।
शासन ने डीएम सर्किल से किराया बढ़ाने की अनुमति दी : शासन ने डीएम सर्किल रेट से दुकानों का किराया बढ़ाने की अनुमति दे दी है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि दुकानों की संपत्तियों के किराया निर्धारण के संबंध में निगम ने शासन से मार्गदर्शन मांगा था। इसके जवाब में शासन ने पत्र भेजा है। पत्र में लिखा गया है कि जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित मौजूदा सर्किल रेट से किराया वसूला जा सकता है।
व्यापारी निर्णय का विरोध कर रहे
डीएम सर्किल रेट से किराया बढ़ाने का व्यापारी विरोध कर रहे हैं। वह धरना और प्रदर्शन कर चुके हैं। व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पर भी प्रदर्शन किया था। व्यापारी नेता गोपीचंद का कहना है कि शासन का फैसला दुकानदारों के हित में नहीं है। इस बारे में मेयर और नगर आयुक्त से वार्ता की जाएगी। उन्होंने बताया कि एक साथ किराया बढ़ने से दुकानदारों पर आर्थिक बोझ पड़ जाएगा।
सुनीता दयाल, मेयर, गाजियाबाद, ''नगर निगम और दुकानदारों के बीच किराया निर्धारण को लेकर कई बार बैठक हुई थी। इसके बाद यह मामला शासन को भेजा गया। शासन ने किराया बढ़ाने की अनुमति दी है। शासन ने अच्छा निर्णय लिया है।''
विक्रमादित्य सिंह मलिक, नगर आयुक्त, ''नगर निगम की 1702 दुकानों का किराया डीएम सर्किल रेट की दर से बढ़ाया जाएगा। दुकानदारों को बिल जारी किए जाएंगे। नई दर से निगम को हर साल करीब 10 करोड़ रुपये की ज्यादा आय होगी। दुकानों के किराये से अभी एक साल में करीब 70 लाख रुपये आ रहे हैं।''
दस प्रमुख स्थानों के सर्किल रेट
स्थान सर्किल रेट
कौशांबी :- 85,000 - 1,13,000
वैशाली :- 77,000 - 85,000
इंदिरापुरम :- 80,000 - 84,000
वसुंधरा :- 66,000 - 78,000
कविनगर :- 55,200 - 62,400
नेहरूनगर :- 51,600 - 60,000
बजरिया :- 84,000
क्रॉसिंग रिपब्लिक :- 22,000 - 27,000
राजनगर एक्सटेंशन :- 28,000 - 31,000
खोड़ा :- 25,000
डासना :- 15,000
मुख्य मार्गों पर सर्किल रेट
गांधी नगर :- 1,44,000
आंबेडकर रोड :- 1,44,000
चौपला मंदिर :- 1,95,600
जीटी रोड :- 81,600
लिंक रोड :- 84,000
नोट : सर्किल रेट रुपये प्रति वर्ग मीटर हैं।
कोई टिप्पणी नहीं