एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कथित वोट चोरी के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग...
एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कथित वोट चोरी के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इन आरोपों की विस्तृत जांच करनी चाहिए ताकि चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी और आयोग की छवि पर उठे संदेह दूर हो सकें। पवार ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी का कथित वोट चोरी पर दावा अच्छी तरह से किए गए शोध और स्पष्ट दस्तावेजों पर आधारित है। लोगों के बीच (चुनावी प्रक्रिया की ईमानदारी के बारे में) संदेह दूर करने के लिए आरोपों की विस्तृत जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी।
चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी से घोषणापत्र मांगने को पवार ने इसे गलत बताया। उन्होंने कहा कि आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, इसलिए उसे राहुल गांधी से अलग से घोषणापत्र नहीं मांगना चाहिए। राहुल गांधी ने संसद में भी तो यही कहा था। हमें पहले ही इस पर गौर करना चाहिए था एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ‘कथित वोट चोरी के आरोपों पर हमें भी पहले ही गौर करना चाहिए था और सावधानी बरतनी चाहिए थी। उन्होंने स्वीकार किया कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी को महाराष्ट्र में चुनाव से पहले और अधिक सावधान रहना चाहिए था। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव पर अभी अपना रुख़ तय नहीं किया है। भाजपा से गठबंधन वालों के साथ मेल नहीं पवार ने अपने भतीजे अजित पवार के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ राकांपा के साथ अपने गुट के हाथ मिलाने की अटकलों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगे। जल्द पता चलेगा कि एकनाथ शिंदे कौन सा रास्ता अपनाएंगे शिवसेना नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की हाल ही में नई दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ हुई बैठकों की पृष्ठभूमि में, शरद पवार ने कहा कि जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि वह कौन सा ‘रास्ता अपनाएंगे। पवार ने कहा कि शिंदे अपने पत्ते गुप्त रखना पसंद करते हैं और अपने फैसले से कभी पीछे नहीं हटते। 2024 के विस चुनाव से पहले दो लोगों ने जीत की गारंटी दी थी एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो लोगों ने नई दिल्ली में उनसे मुलाकात की थी और 288 में से 160 सीटों पर विपक्ष की जीत की ‘गारंटी दी थी। पवार ने कहा कि उन्होंने दोनों को नेता राहुल गांधी से मिलवाया था। लेकिन उन्होंने दोनों लोगों की पेशकश नजरअंदालत करते हुए कहा कि हमें सीधे जनता के पास जाना चाहिए। इसके बाद उनसे कभी संपर्क नहीं हो पाया और न ही उनकी कोई जानकारी है। ---------------------------------------------------------------- बॉक्स अमेरिका की दबाव की रणनीति के खिलाफ सरकार का समर्थन जरूरी : पवार एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी टैरिफ पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘दबाव की रणनीति के खिलाफ राष्ट्रीय हित में केंद्र सरकार का समर्थन जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क (टैरिफ) लगाना दबाव बनाने की रणनीति है। उन्होंने भारत के लोगों से देश के हितों की रक्षा के लिए सरकार का समर्थन करने का आह्वान किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस बात पर अटकलें नहीं लगाना चाहते कि मोदी सरकार की विदेश नीति विफल हो गई है या नहीं।
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