राजस्थान में एक सप्ताह के इंतजार के बाद आखिरकार लोगों को बारिश का तोहफ़ा मिला है। नया वेदर सिस्टम बनने के बाद शुक्रवार को प्रदेश के कई जिल...
राजस्थान में एक सप्ताह के इंतजार के बाद आखिरकार लोगों को बारिश का तोहफ़ा मिला है। नया वेदर सिस्टम बनने के बाद शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ। मौसम केंद्र जयपुर ने शनिवार को भी प्रदेश के 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, अगले चार दिन तक यह बरसात जारी रहने की संभावना है।
उदयपुर और चित्तौड़गढ़ में शुक्रवार को भारी बारिश देखने को मिली। सुबह से शुरू हुआ बारिश का दौर देर शाम तक जारी रहा। सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया और कई मार्ग नदी जैसे नजर आए। बरसात ने जहां लोगों को तपन और उमस से राहत दी, वहीं जलभराव के कारण आमजन को परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
डूंगरपुर, झालावाड़ और भरतपुर सहित कई जिलों में भी झमाझम बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया।
मौसम केंद्र जयपुर ने शनिवार को 24 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, उदयपुर, सिरोही, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में भारी बारिश की संभावना है। वहीं राजधानी जयपुर सहित अलवर, नागौर, बाड़मेर, झुंझुनूं, सीकर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, चूरू, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, जालोर, पाली और जोधपुर में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही पूर्वी हवाओं और मानसून ट्रफ लाइन के नॉर्मल पोजिशन पर शिफ्ट होने से प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। वर्तमान में ट्रफ लाइन उत्तर से खिसककर बीकानेर, कोटा, दमोह और बिलासपुर से होकर गुजर रही है। इसी कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं।
गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को बरसात से राहत जरूर मिली है, लेकिन लगातार बारिश से कई जगहों पर पानी भर गया। निचले इलाकों में लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। शहरों में जाम की स्थिति भी बनी रही। गांवों में खेतों में पानी भरने से किसानों को उम्मीद जगी है कि खरीफ की फसलें अच्छा उत्पादन देंगी।
मौसम केंद्र जयपुर का कहना है कि आने वाले चार दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर बिजली गिरने और तेज हवाओं के दौरान खुले स्थानों पर खड़े होने से बचने को कहा है।
राजस्थान में मानसून का यह नया दौर किसानों और आमजन दोनों के लिए राहत लेकर आया है। जहां फसलें सींचने का इंतजाम प्राकृतिक रूप से हो गया है, वहीं भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को ठंडी हवाओं और बारिश से सुकून मिला है। हालांकि, बारिश के चलते जलभराव और यातायात बाधित होने जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं।
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