दिल्ली के द्वारका इलाके में लगातार बारिश ने तांडव मचाया। मोहन गार्डन के सिद्धात्री एन्क्लेव में एक चार मंजिला इमारत की छत अचानक भरभराकर गिर...
दिल्ली के द्वारका इलाके में लगातार बारिश ने तांडव मचाया। मोहन गार्डन के सिद्धात्री एन्क्लेव में एक चार मंजिला इमारत की छत अचानक भरभराकर गिर पड़ी। इस हादसे में दो लोग घायल हो गए, लेकिन राहत की बात यह रही कि दोनों की जान बच गई।
बारिश ने बरपाया कहर
लगातार मूसलाधार बारिश ने दिल्ली को तरबतर कर दिया। मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले सिद्धात्री एन्क्लेव में एक पुरानी इमारत की चौथी मंजिल पर बनी छत बारिश के बोझ को सह न सकी और ढह गई। हादसे में 30 वर्षीय सुभाष नाम के व्यक्ति के बाएं हाथ में फ्रैक्चर हुआ, जबकि दूसरा घायल व्यक्ति भी मामूली रूप से चोटिल हुआ। दोनों को तुरंत दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस हादसे में किसी की जान को कोई गंभीर खतरा नहीं हुआ।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह कोई पहला मौका नहीं है जब दिल्ली में बारिश ने इस तरह की तबाही मचाई हो। इसी महीने, 15 अगस्त को हुमायूं के मकबरे के पास दरगाह शरीफ पट्टे शाह में एक कमरे की छत ढहने से छह लोगों की जान चली गई थी। उस हादसे के बाद इलाके को सील कर दिया गया था और एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में फंसे लोगों की तलाश की थी। फायर डिपार्टमेंट और आपातकालीन टीमें भी मौके पर सक्रिय थीं।
लापरवाही पर सवाल
दरगाह हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया था। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 290 (निर्माण या मरम्मत में लापरवाही), 125 (जानलेवा कृत्य), और 106 (लापरवाही से मौत) के तहत FIR दर्ज की गई थी। इस बार के हादसे में भी सवाल उठ रहे हैं कि पुरानी इमारतों की देखरेख और बारिश के मौसम में सुरक्षा मानकों को लेकर कितनी सतर्कता बरती जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं