कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में रामलीला मैदान में जमा छात्रों में से कई प्रदर्शनकारियों को रविवा...
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में रामलीला मैदान में जमा छात्रों में से कई प्रदर्शनकारियों को रविवार रात को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से उन्हें प्रदर्शन स्थल से हटाने की कोशिश की है जबकि उनके पास दो दिन प्रदर्शन करने की अनुमति मिली थी। पुलिस ने हटाए जाने विरोध करने पर हल्का बल प्रयोग भी किया।
कई हिरासत में लिए गए
अभ्यर्थियों ने बताया कि रविवार शाम को पांच बजे के बाद प्रदर्शन स्थल की बिजली काट दी गई थी। अभ्यर्थी नीतिन ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी सिविल वर्दी में आए थे। उन्हें अनुमति पत्र भी दिखाया गया था। लेकिन, वह उनको हटने के लिए कह रहे थे। उन्होंने बताया कि शिक्षक विक्रमजीत और आदित्य रंजन के साथ कई छात्रों को हिरासत में लिया है।
लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप
उन्होंने कहा कि लड़कियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया है। उन्हें खींचा गया। इस दौरान कई अभ्यर्थियों को चोट भी आई है। वहीं, शिक्षक गौरव सिंह ने कहा कि हमें न्याय चाहिए। शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ खड़े हैं। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक हम प्रदर्शन स्थल से नहीं हटेंगे।
भागते नजर आए प्रदर्शनकारी
वहीं, मौके पर मौजूद राहुल देव ने कहा कि हजारों की संख्या में अलग-अलग राज्यों से अभ्यर्थी आए हैं। इसमें छात्राएं भी शामिल हैं। ऐसे में रात को कहां जाएंगे। रात गुजारनी है। लेकिन, पुलिस ने कई साथियों को हिरासत में ले लिया है। इस दौरान रामलीला मैदान में अंधेरा छाया रहा। पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए अभ्यर्थी इधर से उधर भागते नजर आए।
आरोपों पर पुलिस का पक्ष
पुलिस उपायुक्त (मध्य दिल्ली) निधिन वाल्सन ने बताया कि रामलीला मैदान में लगभग 1500 प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए। इनमें से लगभग 100 ने कई अनुरोधों और सूचनाओं के बावजूद निर्धारित समय के बाद जाने से इनकार कर दिया। कई बार कहने के बाद भी जो प्रदर्शनकारी प्रदर्शनस्थल से नहीं जा रहे थे, उनमें से 44 को हिरासत में ले लिया गया। बाकी लोग चले गए।
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