नई दिल्ली, 6 जुलाई 2025:
राष्ट्रीय आदिवासी अधिकारों को लेकर दिल्ली में “सेल्फी टू आदिवासी” अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस पहल के माध्यम से आदिवासी समुदाय अपनी स्मिता, पहचान, करम महोत्सव को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिलाने और संवैधानिक अधिकारों के लिए व्यापक जनजागरण कर रहा है।
इस अभियान के तहत “चलो आदिवासी घर” योजना के माध्यम से दिल्ली के 35 लाख वंचित आदिवासी परिवारों तक पहुंच बनाई जाएगी। अभियान का उद्देश्य एक विस्तृत जनजातीय डाटा तैयार कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल को ज्ञापन के रूप में प्रस्तुत करना है।
अभियान की अगुवाई राष्ट्रीय संयोजक डॉ. मोहन बड़ाईक कर रहे हैं और इसे अम्बेडकर बिरसा जीविका सृजन (अबास) संगठन द्वारा संचालित किया जा रहा है। दिल्ली एनसीआर में 34 संगठनात्मक जिले और 9 विभाग गठित कर सिल्वेस्तर कुजूर को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
साथ ही अबास दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी समिति व राष्ट्रीय आदिवासी समन्वय समिति का भी गठन किया गया, जिसमें सिल्वेस्तर कुजूर, चंदन टोप्पो, विजय मांझी, फिलोमिना तिर्की, संजीत कुमार सैनी समेत कई प्रमुख पदाधिकारियों को शामिल किया गया है।
इस बैठक में झारखंड, असम और दिल्ली से राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारी शामिल हुए। यह महाअभियान आदिवासी समाज की उपेक्षा के विरुद्ध एक सशक्त जनआंदोलन के रूप में उभर रहा है।
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जय आदिवासी हूल जोहार
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