दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो 'अनारदाना...
दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो 'अनारदाना' नाम से हर जगह आसानी से मिलने वाली पाचन गोलियों के रूप में उच्च गुणवत्ता वाली अफीम की तस्करी कर रहे थे। इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाली दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बुधवार को इस अभियान की जानकारी दी और बताया कि दोनों आरोपी किस तरह से विदेशों में नशीले पदार्थों को भेजने के लिए आयुर्वेदिक उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान हरविंदर कुमार उर्फ हर्ष डावर और ललित आहूजा उर्फ लकी के रूप में हुई है, जो पंजाब के लुधियाना से काम कर रहे थे। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) हर्ष इंदौरा ने कहा कि, 'वह अपने मेडिकल व्यवसाय का इस्तेमाल हर्बल डाइजेस्टिव टैबलेट (आयुर्वेदिक पाचक गोलियां) के रूप में मादक पदार्थों को छिपाने के लिए कर रहे थे और उन्हें कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जाने वाले अंतरराष्ट्रीय कूरियर पार्सल में छिपाकर भेज रहे थे।'
डीसीपी ने कहा कि दोनों आरोपी अफीम को पाचन गोली के रूप में तैयार कर रहे थे, और उसी की बनावट व रूप-रंग की नकल करके दवाओं को आयुर्वेदिक वस्तु के रूप में बेच रहे थे। डीसीपी ने कहा, 'पुलिस की नजर से बचने के लिए इन अफीम की गोलियों को जानी-मानी आयुर्वेदिक कंपनियों के असली दिखने वाले डिब्बों में पैक किया जा रहा था।' उन्होंने कहा कि गिरोह का भंडाफोड़ होने से पहले ही गिरोह ने कई खेपें विदेश भेजने में कामयाबी हासिल कर ली थी।
अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले का खुलासा 22 मई को उस वक्त हुआ, जब क्राइम ब्रांच को एक संदिग्ध अंतरराष्ट्रीय शिपमेंट के बारे में सूचना मिली। जिसके बाद एक टीम ने उनके ठिकाने पर छापा मारा और 'अनारदाना गोली' जैसी गोलियों में छुपाकर रखी गई 465 ग्राम अफीम को बरामद किया। अनारदाना की गोलियां भारत में बिकने वाला एक आम पाचक है, जो बेहद आसानी से किसी भी मोहल्ले की दुकान में मिल जाता है। इसके अलावा आरोपियों ने इस प्रतिबंधित पदार्थ को चॉकलेट, कपड़ों और अन्य वस्तुओं के अंदर भी छिपाकर रखा था।'
इसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज की और आरोपियों की निशानदेही पर जांच के लिए लुधियाना पहुंच गई। जहां पर 24 मई को पुलिस ने दवा की दुकान चलाने वाले ललित आहूजा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया और उसकी दुकान से सात ग्राम अफीम की गोलियां बरामद कीं। पूछताछ के दौरान आहूजा ने गिरोह की पूरी कार्यप्रणाली और मुख्य सप्लायर हरविंदर कुमार के बारे में बताया, जो उसी शहर में थोक मेडिकल का कारोबार कर रहा था।
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