उत्तर प्रदेश में फर्जी शादियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. स्टांप एवं पंजीकरण विभाग के अपर महानिरीक्षक (एआईजी) को अब राज्य भर में शादी पंजीकरण की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. खास तौर पर भागे हुए जोड़ों के मामले में विवाह समारोह की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य कर दी गई है. यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद लिया गया है, ताकि शादी पंजीकरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके.
एआईजी प्रतिदिन उप रजिस्ट्रारों द्वारा किए गए शादी पंजीकरण के काम की समीक्षा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि तय गाइडलाइंस का सख्ती से पालन हो रहा है. इसकी एक मासिक रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी, जिससे निगरानी प्रक्रिया में जवाबदेही बनी रहे. जब तक शादी पंजीकरण के नए नियम विधिवत रूप से लागू नहीं हो जाते, तब तक स्टांप एवं पंजीकरण विभाग के महानिरीक्षक को इन दिशा-निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है. सभी डिप्टी रजिस्ट्रारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे फर्जीवाड़े पर लगाम का लक्ष्य
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