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नोएडा में कोविड के 32 नए मामले, साढ़े तीन महीने की बच्ची की गई जान

नोएडा में एक बार फिर कोरोना वाइरस लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. पिछले 24 घंटों में वहां कोविड के 32 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही जिले...


नोएडा में एक बार फिर कोरोना वाइरस लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. पिछले 24 घंटों में वहां कोविड के 32 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही जिले में कुल कोविड मरीजों की संख्या बढ़कर 190 हो गई है. इनमें 79 पुरुष और 111 महिलाएं शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इस साल जिले में कोविड से पहली मौत की पुष्टि की है. यह दुखद मामला एक साढ़े तीन महीने की बच्ची का है, जो छिजारसी गांव की रहने वाली थी. इसकी मृत्यु 28 मई को दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में हुई थी.


स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बच्ची को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं. प्रारंभिक इलाज में उसे तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस, गंभीर डिहाइड्रेशन, मेनिनजाइटिस, सीजर और कोविड निमोनिया जैसी समस्याएं थीं. बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने परिवार से संपर्क शुरू कर दिया है और उनकी रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) इस मामले की जांच कर रही है.


हमारी टीम बच्ची के परिवार के संपर्क में है: ACMO


गौतम बुद्ध नगर के सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में जिले में तीन कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास बच्ची के परिवार की जानकारी आ चुकी है और हम उनसे लगातार संपर्क में हैं. हमारी टीम इस मामले की पूरी जांच कर रही है.’


कोविड टेस्टिंग और वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर


जिले में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और समय-समय पर हाथ धोने जैसे नियमों का पालन करने की सलाह दी जा रही है. इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके.


जांच के लिए बड़ी व्यवस्था का प्रयास


बढ़ते कोविड केसों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया है. अब प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कोविड जांच की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए विभाग को जांच किट भी उपलब्ध करा दी गई हैं. फिलहाल जिले में सिर्फ जिला अस्पताल में जांच हो रही थी, लेकिन अब ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में व्यापक जांच की योजना बनाई जा रही है ताकि संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके.




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