लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के प्रकल्प ब्रज की रसोई ने नवरात्रि के प्रथम दिवस पर 1020 जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन वितरित किया। यह अभियान सेक्टर-एम रिक्शा कॉलोनी, रतनखंड पानी टंकी क्षेत्र और जोन 8 की झुग्गियों में चलाया गया, जहां जरूरतमंदों को आलू-गोभी, कद्दू की सब्जी और चावल परोसा गया।
संस्था की सदस्य अनामिका गुप्ता ने अपना जन्मदिन असहाय बच्चों और बुजुर्गों के साथ मनाया, जिससे आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जा मिली। संस्था के मीडिया प्रभारी दीपक भुटियानी ने बताया कि यह पहल समाज के जरूरतमंद वर्ग तक भोजन पहुंचाने के संकल्प के तहत की गई।
संस्थापक विपिन शर्मा ने कहा, "भूख केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक वेदना भी होती है। हमारा संकल्प है कि कोई भी व्यक्ति खाली पेट और निराश मन से न सोए।"
धनंजय सिंह (मैनेजर, एस. के. डी. कोचिंग) ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों की मुस्कान और बुजुर्गों के आशीर्वाद से बड़ी कोई दौलत नहीं होती।
राष्ट्रीय महिलाध्यक्ष रजनी शुक्ला ने बताया कि संस्था का उद्देश्य केवल पर्व-त्योहारों पर ही नहीं, बल्कि नियमित रूप से जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाना है।
एस. के. डी. कोचिंग के एच.ओ.डी. प्रमोद श्रीवास्तव ने सक्षम वर्ग से समाजसेवा के लिए आगे आने की अपील की और कहा कि यदि हर व्यक्ति थोड़ा योगदान करे, तो भूखमुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।
इस अभियान में अमित गुप्ता, अनुराग दूबे, आशीष श्रीवास्तव, अशोक कुमार, शिल्पी गुप्ता, विकास पाण्डेय समेत कई समाजसेवियों ने भाग लिया।
संस्थापक विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों का आभार जताते हुए इस सेवा कार्य को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की यह पहल नवरात्रि पर माँ दुर्गा की सच्ची सेवा का प्रेरणादायक उदाहरण बनी।
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