लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए वोटर लिस्ट में धांधली को लेकर आयोग की कार्यप्रणाली पर...
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए वोटर लिस्ट में धांधली को लेकर आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि "पिक्चर अभी बाकी है।" राहुल गांधी का कहना है कि वे संविधान की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।
'एक व्यक्ति, एक वोट' संविधान की आत्मा
संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारा संविधान 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सिद्धांत पर टिका है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का यह कर्तव्य है कि वह इस सिद्धांत को पूरी तरह से लागू करे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि पहले हमारे पास केवल शक था, लेकिन अब हमारे पास सबूत हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर धांधली का आरोप
राहुल गांधी ने बिहार के एक मामले का ज़िक्र किया, जहाँ मतदाता सूची के संशोधन के दौरान एक महिला की उम्र 124 साल बताई गई है। उन्होंने कहा कि यह कोई इकलौता मामला नहीं है, ऐसे कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह धांधली किसी एक सीट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर और एक व्यवस्थित तरीके से की जा रही है।
प्रियंका गांधी ने भी लगाया आरोप
राहुल गांधी के इन आरोपों पर उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब कुछ साफ-साफ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट में फ़र्ज़ी नाम, पते और रिश्तेदारों के नाम डाले गए हैं।
यह पूरा मुद्दा तब सुर्खियों में आया जब एक दिन पहले राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च किया था। इस दौरान उन्हें और अन्य सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। विपक्ष का यह रुख दर्शाता है कि वे इस मुद्दे को आसानी से छोड़ने वाले नहीं हैं और इसे आगे भी उठाते रहेंगे।
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