सिंगर्स, सिलेब्रिटी और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स पर हाल के दिनों में लगातार फायरिंग और हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं। चंडीगढ़ से लेकर कनाड...
सिंगर्स, सिलेब्रिटी और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स पर हाल के दिनों में लगातार फायरिंग और हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं। चंडीगढ़ से लेकर कनाडा तक महज कुछ महीनों में कई कलाकारों और उनके रेस्तरां को निशाना बनाया गया है। इन हमलों के पीछे महज रुपयों (रंगदारी) की नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता, गैंग की ब्रैंडिंग और टेरर फंडिंग का भी बड़ा खेल है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, इसके पीछे ‘क्रिमिनल-नारको नेक्सस’ काम कर रहा है जो देश के युवाओं को साथ जोड़कर इन हमलों को अंजाम दे रहा है।
चमक-दमक के चलते पंजाबी निशाने पर : पूर्व जॉइंट सीपी स्पेशल सेल और पूर्व ईडी निदेशक करनैल सिंह ने बताया कि जैसे पहले मुंबई की चमक-दमक में गैंगस्टर्स की एंट्री हुई थी, वैसे ही अब पंजाब में दिखाई दे रही है। कनाडा अब गैंगस्टर्स के लिए सेफ हेवन बन चुका है। वे यहीं से अपने नेटवर्क को कंट्रोल कर रहे हैं और युवाओं को एक्सटॉर्शन के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इन पैसों का इस्तेमाल अब टेरर फंडिंग में भी हो रहा है। अगर हमें इस चेन को तोड़ना है तो सबसे पहले इन गैंगस्टर्स के कम्युनिकेशन को तोड़ना होगा।
कई देशों में फैला नेटवर्क
एआईजी, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) पंजाब पुलिस के गुरमीत सिंह चौहान के मुताबिक, ‘सिद्धू मूसेवाला का मामला पूरी तरह पर्सनल था, लेकिन बाकी ज्यादातर हमले नाम बनाए रखने की जंग का हिस्सा हैं। विदेशों में बैठे मास्टरमाइंड पकड़े बिना यह सिलसिला रुकने वाला नहीं है। यह एक तरह का वायरस बन चुका है, जो कई देशों में भी फैल चुका है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में बैठे गैंगस्टर्स, पंजाब और हरियाणा के युवाओं को सोशल मीडिया और पैसों के लालच में फंसा रहे हैं।
बिहार और यूपी में भी पैर पसारता गैंगस्टरवाद
एक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी ने बताया कि बिहार के भोजपुरी कलाकार भी समय-समय पर धमकियों और रंगदारी की शिकायत करते रहे हैं। कुछ मामलों में शो आयोजित करने वाले आयोजकों से भी रंगदारी मांगी गई। पंजाब और हरियाणा में गैंग कल्चर ज्यादा खुलकर सोशल मीडिया पर एक्टिव है। बिहार,यूपी में धमकी ज्यादातर रंगदारी और लोकल लेवल पर शो या ईवेंट से जुड़ी होती हैं।
सिलेब्रिटीज या उनके प्रतिष्ठानों पर हमले
2022 : पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के गैंग ने जिम्मेदारी ली थी।
2024: चंडीगढ़ में बादशाह के क्लब के बाहर बम विस्फोट, गोल्डी बराड़ ने एक्स्टॉर्शन न देने का बदला बताया।
2025: कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग (एक महीने में दो बार), बब्बर खालसा इंटरनैशनल आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी ली। दूसरे में गोल्डी ढिल्लों ने जिम्मेदारी ली।
2025: गुड़गांव में रैपर फाजिलपुरिया की कार पर गोलीबारी।
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