पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में हर दिन करीब 850 लोगों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाई जा रही हैं। इनमें 250 लोग नए मरीज...
पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में हर दिन करीब 850 लोगों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाई जा रही हैं। इनमें 250 लोग नए मरीज आ रहे हैं, जिनमें से लगभग 70 से 100 मरीज कुत्ते के काटने के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।
इंजेक्शन लगाने के लिए शेल्टर बनाया गया
अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए एक शेल्टर स्थापित किया है। इसमें एक बार में ढाई सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था है। सुबह से लेकर दोपहर तक लोगों को इलाज मिलता है। मरीज यासीर ने बताया कि मैं सुबह सात बजे अपना नंबर ले लेने के लिए अस्पताल पहुंच गया था। अस्पताल में सुबह नौ से 9.30 बजे के बाद एंटी रेबीज इंजेक्शन लगना शुरू हुआ। मेरा नंबर दोपहर बाद तक आया।
सबसे ज्यादा बच्चे शिकार हो रहे
एलएनजेपी अस्पताल की मुख्य सीएमओ डॉ. रितु ने बताया कि कुत्तों के काटने के हर रोज 100 से 120 मरीज आते हैं। इन ज्यादातर मामले बच्चों के देखने को मिलते हैं। वहीं, पहाड़गंज से आए मरीज सुमित ने बताया कि मैं दूसरी डोज लगाने के लिए आया हूं।
टीके के लिए लाइन में लगे रहे पीड़ित
केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल में इन दिनों प्रतिदिन कुत्तों के काटने की परेशानी लेकर करीब 800 लोग पहुंच रहे हैं। डाग बाइट क्लीनिक में एंटी रेबीज का टीका लेने के लिए बड़ी संख्या में पीड़ित लाइन में लगे रहे। इसमें पुराने पीड़ित ज्यादा थे।
इमरजेंसी में 24 घंटे सुविधा दी जा रही
प्रतिदिन 200-250 लोग एंटी रेबीज का टीका लेने पहुंच रहे हैं। इमरजेंसी में 24 घंटे सुविधा दी जा रही। ओपीडी ब्लाक में दो पालियों में टीकाकरण होता है। पहली पाली में सुबह नौ बजे से 11:30 बजे और दूसरी पाली में दोपहर एक बजे ढाई बजे के बीच टीकाकरण होता है।
कोई टिप्पणी नहीं