Page Nav

HIDE

Breaking News:

latest

मुख्यमंत्री का डीयू को तोहफा, चलेंगी यू स्पेशल बस

  नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने देश की आजादी के वर्ष स्थापित हुआ दिल्ली विश्वविद्यालय के मौरिस नगर स्थित सोशल स्कूल...

 


नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने देश की आजादी के वर्ष स्थापित हुआ दिल्ली विश्वविद्यालय के मौरिस नगर स्थित सोशल स्कूल सेंटर के एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन मंगलवार किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली सरकार एक बार फिर युवा विशेष बस शुरू कर रही है, जो दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर जाने वाले मार्गों पर चलेगी और बस में थोड़ा सा संगीत भी बजेगा। आज छात्रों के लिए मेरी तरफ से यही तोहफा है। डीयू के कंवेशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जब वह छात्रा थीं तो विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक विशेष बस हुआ करती थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वो बस हमारी अपनी थी उसमें किसी और की एंट्री नहीं थी। समय के साथ साथ वो बसें कहीं गायब हो गई। मुख्यमंत्री ने मंच से सभी विद्यार्थियों को अपनी ओर से यू स्पेशल का उपहार देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार फिर से यू स्पेशल शुरू कर रही है। ये बसें सिर्फ दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए होंगी, जो विशेष रूप से विश्वविद्यालय के रूट पर रहेंगी। ज्ञात हो कि इस बस चलाने की मांग लंबे समय से छात्र संगठन भी कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि एक स्कूल जो दिल्ली विश्वविद्यालय ने बनाया और संभाला, वह स्कूल 1947 से लेकर 2025 तक आजादी की उम्र के बराबर बढ़ता गया। 2014 के बाद हमने देखा कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है, पर बहुत काम होना अभी बाकी है। मुख्यमंत्री ने कहा की भारत एक समय में अपनी शिक्षा के लिए जाना जाता था, हमारे विश्वविद्यालय विश्व के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में थे। हमारी शिक्षा में वो ग्रंथ, वो किताबें आज भी ब्रह्मांड का पूरा फिजिक्स, इकोनॉमिक्स सब कुछ लिए बैठी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या हम डीयू के साथ मिलकर ऐसा सिस्टम तैयार कर सकते हैं कि शैक्षणिक ढांचा सरकार तैयार करे, पर उसके अंदर अकादमिक ढांचा तैयार करने में विश्वविद्यालय की सहभागिता हो। विशेष रूप से आज सरकारी स्कूल में जो बच्चे हैं और विश्वविद्यालय के जो विद्यार्थी हैं उन्हें हमें आपस में जोड़ना चाहिए। हर कॉलेज को दो या तीन स्कूलों से जोड़ा जाए और कॉलेजों के विद्यार्थी साप्ताहिक या पाक्षिक तौर पर वहां जाएं और उस स्कूल में जाकर उन बच्चों को प्रेरित भी करें व उनके साथ समय बिताएं तथा उनमें नई आशाएं जगाएं। --------- आने वाले समय में स्कूलों को मिलेंगी स्मार्ट क्लासरूम और मॉडर्न लैब: आशीष सूद इस कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने अपने संबोधन में स्कूल के भवन को लेकर कहा कि मुझे इस शानदार इमारत में ईंट-पत्थर नहीं दिखते, बल्कि मुझे तो इसमें विकसित दिल्ली और विकसित भारत बनाने वाले जिम्मेवार नागरिक दिखते हैं। आने वाले समय में आपको इसमें अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम और मॉडर्न मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का सबसे बड़ा मूल मंत्र शिक्षा का लोकतंत्रिकरण है। इसको आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने दिल्ली स्कूल एजुकेशन (ट्रांसपरेंसी इन फिक्सेशन एंड रेगुलेशन ऑफ फीस) बिल को हम लेकर लेकर आए हैं, जिसमें पहली बार दिल्ली में अगर बच्चों की फीस बढ़ेगी तो उसका फैसला करने वाली कमेटी में अभिभावकों को शामिल किया गया है जोकि शिक्षा में बराबर के स्टेक होल्डर्स हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जो 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं, उनके लिए हर सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम से लेकर एआई अनेबल्ड लैब्स आदि पहुंचाने का काम हम करेंगे। उन्होंने‘कूड़े से आजादीस्वछता अभियान से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि डीयू के कॉलेज अपने-अपने नजदीक एक-एक जगह चिन्हित करें और उसे मॉडल बनाएं। अपने कॉलेज की उस लोकेशन को हमें दें। जिन कॉलेजों में रिसर्च होती है, तकनीकी काम होते हैं, वहां के लोग हैकथॉन, आईडियोथॉन करें। आइये हम निर्णय लें कि ‘कूड़े से आजादी ड्राइव को सफल बनाएं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि क्या हम 31 अगस्त को ऐसा लक्ष्य लें कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में दिल्ली का नाम आए कि एक दिन सबसे ज्यादा लोग एक साथ उतरे, स्वछता करने के लिए। ये देश मेरा है के भाव पर काम करने की आवश्यकता: प्रो.योगेश सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि 27 करोड़ रुपए की अधिक लागत से बना यह भवन रिकॉर्ड 21 महीने में बन कर तैयार हुआ है। कुलपति ने कहा कि आज देश प्रेम और राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण की आवश्यकता है। हमें ‘ये देश है मेरा के भाव पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि आपको अच्छे बच्चे बनना है। आपको लेने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनना है। कठिनाइयां जिदंगी का हिस्सा होती हैं। स्कूल के बारे में : डीयू का यह स्कूल 16754 वर्गमीटर क्षेत्रफल के प्लॉट पर बना है। इस नए भवन की परियोजना लागत करीब 27.21 करोड़ रुपए रखी गई थी। सिंगल ब्लॉक की इस इमारत में बेसमेंट के अलावा ग्राउंड फ्लोर सहित चार मंजिलें बन कर तैयार हो चुकी हैं। भवन का बेसमेंट क्षेत्र 697.0 वर्ग मीटर है जबकि कुल निर्मित क्षेत्र (ममटी और मशीन रूम सहित) 3709.07 वर्गमीटर है। भवन की अधिकतम ऊंचाई (मशीन कक्ष सहित) 19.15 मीटर है। इस भवन में क्लास रूमों व प्रयोगशालाओं सहित कुल 21 कमरों का निर्माण किया गया है।




कोई टिप्पणी नहीं