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भाई-बहन सुसाइड मामला : 'पिता और सौतेली मां ने समझा नहीं, रिश्तेदारों ने भी अकेला छोड़ा'

  गाजियाबाद के गोविंदपुरम में आईबी कर्मचारी अविनाश और उसकी बहन अंजलि की आत्महत्या के मामले में पुलिस को एक डायरी के पन्ने मिले हैं। इसमें अं...

 


गाजियाबाद के गोविंदपुरम में आईबी कर्मचारी अविनाश और उसकी बहन अंजलि की आत्महत्या के मामले में पुलिस को एक डायरी के पन्ने मिले हैं। इसमें अंजलि ने लिखा है कि पिता और सौतेली मां ने उन्हें कभी समझा नहीं। वहीं, रिश्तेदारों पर भी अकेला छोड़ देने के आरोप लगाए हैं। गाजियाबाद पुलिस इस मामले में डायरी के पन्नों, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मिली शिकायत के आधार पर जांच कर रही है।

गोविंदपुरम में रहने वाले इंटेलिजेंस ब्यूरो में कार्यरत अविनाश की बहन अंजलि ने डायरी में अपने जीवन का दर्द बयां किया। अंजलि ने सौतेली मां और पिता समेत रिश्तेदारों के प्रति भी नाराजगी जताई है। अंजलि ने अपने पिता और सौतेली मां को आत्महत्या के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया।


मामा और मौसी के प्रति भी जताई नाराजगी


डायरी में अंजलि ने लिखा है कि पिता को सिर्फ स्कूल फीस देना याद रहता था। पिता की तरह बात करना कभी याद नहीं रहा। अंजलि ने पिता और सौतेली मां पर सवाल उठाए हैं। साथ ही, मानसिक उत्पीड़न की बात भी लिखी है। इसके अलावा मामा और मौसी के प्रति भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मामा और मौसी के लिए लिखा है कि बड़ों की लड़ाई में आप दोनों भी हमें भूल गए। हमारा ध्यान रखना भी आपका फर्ज था। सालों तक मतलब नहीं रखा और अकेला छोड़ दिया।


भाई सिर्फ इच्छा पूरी करता रहा


अंजलि ने डायरी में लिखा है कि भाई अविनाश तो अपने मां-बाप की इच्छा पूरा करने में लगा रहा। कभी कहीं घूमने नहीं गया। वो दोस्तों के साथ आज तक ट्रिप पर नहीं गया। कड़ी मेहनत से सरकारी नौकरी मिल गई पर आज भी घर में संतुष्टि नहीं है।

 

पन्नों, शिकायत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी जांच


आत्महत्या करने से पूर्व अंजलि के लिखे पन्नों की जांच में पुलिस जुट गई है। पुलिस का कहना है कि मामले में मिली शिकायत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर भी जांच की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में क्षेत्र के चौकी इंचार्ज को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखा जाएगा।


दोस्त को बैंक में जमा रकम और पीएफ का हकदार बनाया


अंजलि ने एक पन्ने में अपने एक दोस्त महिम का जिक्र किया है। इसमें लिखा है कि तेरी तो बहुत बड़ी गुनहगार रहूंगी मैं। ऐसे बीच में छोड़कर जा रही हूं। अंजलि ने महिम से ही चिता में आग देने की बात लिखी है। लिखा है कि मेरे खाते में पड़ी रकम और पीएफ का हकदार महिम (दोस्त) होगा।


भास्कर वर्मा, एसीपी कविनगर, ''भाई और बहन की आत्महत्या के मामले में मामा ने शिकायत दी है। पुलिस को जांच में डायरी के पन्ने मिले हैं। दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। इन सभी बिंदुओं के आधार पर मामले की जांच की जा रही है, ताकि अग्रिम कार्रवाई की जा सके।''




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