Page Nav

HIDE

Breaking News:

latest

स्टार्टअप के नाम पर ठगी : 25 करोड़ की फंडिंग का झांसा, Eviris Health के खिलाफ कोर्ट पहुंची Foxhog Ventures, कोर्ट ने जारी किया नोटिस

हैदराबाद स्थित ईविरिश हेल्थ के निदेशक संदीप गुडापति समेत चार पर जालसाजी, धोखाधड़ी और मानहानि की शिकायत दर्ज नई दिल्ली, 31 जुलाई 2025 : हैदरा...


हैदराबाद स्थित ईविरिश हेल्थ के निदेशक संदीप गुडापति समेत चार पर जालसाजी, धोखाधड़ी और मानहानि की शिकायत दर्ज




नई दिल्ली, 31 जुलाई 2025:

हैदराबाद स्थित हेल्थटेक स्टार्टअप ईविरिस हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों के खिलाफ फॉक्सहॉग वेंचर्स इंडिया लिमिटेड ने नई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में गंभीर आरोप लगाते हुए आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में जालसाजी, धोखाधड़ी, विश्वासघात और सोशल मीडिया के माध्यम से मानहानि जैसे आरोप शामिल हैं।



फॉक्सहॉग वेंचर्स के निदेशक तरुण कुमार पोद्दार के अनुसार, ईविरिस हेल्थ के निदेशक संदीप गुडापति, शिवानी गुडापति, चरिष्मा दुर्गा और विक्टर विलियम जोसेफ गुडापति ने कंपनी से 25 करोड़ रुपये (लगभग 3 मिलियन डॉलर) के निवेश के लिए आवेदन किया था। इसके लिए उन्होंने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए वे फर्जी पाए गए। इससे पहले दस्तावेजों और मौखिक दावों के आधार पर फॉक्सहॉग ने उन्हें ₹4.5 लाख की सहायता दी थी।




शिकायत के मुताबिक, निवेश प्रक्रिया को अंतिम रूप देने से पहले जब कंपनी को संदेह हुआ और दस्तावेजों की जांच की गई, तो सामने आया कि सभी दस्तावेज फर्जी हैं। इसके बाद न केवल आरोपितों ने संवाद बंद कर दिया, बल्कि फॉक्सहॉग के खिलाफ सोशल मीडिया पर झूठे और मानहानिकारक बयान भी प्रसारित किए, जिससे कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचा।




पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए केस संख्या Ct Cases/0020213/2025 में नोटिस जारी किया है। अदालत ने अगली सुनवाई की तिथि 29 जुलाई व 21 अगस्त 2025 निर्धारित की है, जिसकी सुनवाई मुख्य महानगरीय मजिस्ट्रेट (MM) कोर्ट नंबर-05 द्वारा की जाएगी। हालांकि 29 जुलाई 2025 को ईविरिस हेल्थ की ओर से किसी की भी उपस्थिति मौजूद नहीं रही अब कंपनी के पास 21 अगस्त 2025 को पेश होना शेष है ।



फॉक्सहॉग वेंचर्स ने अदालत से मांग की है कि आरोपितों पर भारतीय दंड संहिता की उचित धाराओं में मुकदमा चलाया जाए, ताकि स्टार्टअप इकोसिस्टम में पारदर्शिता और भरोसे की संस्कृति को बरकरार रखा जा सके।


ليست هناك تعليقات