दिल्ली नगर निगम की सत्ता में बीते ढाई साल के दौरान कई नेताओं ने अपने दल बदले हैं। इसी कड़ी में मंगोलपुरी-बी वार्ड से पार्षद सुमन टिंकू राज...
दिल्ली नगर निगम की सत्ता में बीते ढाई साल के दौरान कई नेताओं ने अपने दल बदले हैं। इसी कड़ी में मंगोलपुरी-बी वार्ड से पार्षद सुमन टिंकू राजौरा ने मंगलवार को वापस आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। इससे पहले दिसंबर 2022 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर पार्षद का चुनाव जीता था। इसके बाद कुछ समय पहले वह भाजपा में चली गई थीं। मंगलवार को आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज और निगम में नेता विपक्ष अंकुश नारंग की उपस्थिति में सुमन और उनके पति वापस आदमी पार्टी में शामिल हो गए। इस संबंध में आप के पार्टी मुख्यालय में प्रस्तावर्ता कर जानकारी दी गई।
इस दौरान पार्षद सुमन ने भाजपा पर कई आरोप लगाए। पार्षद सुमन ने कहा कि मुझे मेरे परिवार में लौटकर खुशी हुई। कुछ महीने पहले हमसे बहुत बड़ी गलती हुई कि हम भाजपा में चले गए थे। उसे मैं सबसे बड़ी गलती मानती हूं। आगे से कभी ऐसी गलती नहीं करूंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता में आ गई लेकिन फिर मैंने देखा भाजपा गरीबों पर अत्याचार कर रही है। भाजपा ने वादा किया था कि जहां झुग्गी वहीं मकान देंगे लेकिन बाद में उन्होंने झुग्गी वासियों को बेघर कर दिया। उनके सिर से छत छीन ली गई। फिर मैंने अपनी इस गलती को निगम के वार्ड समिति के चुनाव में मिटाने की कोशिश की। रोहिणी जोन में अध्यक्ष पद के लिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को मतदान किया। इससे रोहिणी जोन वार्ड समिति के अध्यक्ष आम आदमी पार्टी के बने, तब जाकर मेरे दिल को ठंडक पहुंची। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है जो गरीबों का साथ बिल्कुल नहीं देती है। भाजपा को अरविंद केजरीवाल से कुछ सीखना चाहिए। अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं वह करते हैं।
भाजपा ने कर दिया छह साल के लिए निष्कासित
आम आदमी पार्टी से चुनाव जीतने के बाद सुमन कुछ समय पहले सुमन भाजपा में शामिल हुई थीं। लेकिन पार्षद सुमन को पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण बीते महीने 9 जून को भाजपा ने छह सालों के लिए निष्कासित कर दिया। इस संबंध में भाजपा ने चिट्ठी भी जारी की थी। उस समय इस चिट्ठी में कहा गया कि प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के निर्देश पर पार्टी के संविधान के अनुसार सुमन टिंकू राजौरा की प्राथमिक सदस्यता को तुरंत खत्म किया जाता है। इसके साथ ही पार्टी से छह सालों के लिए निष्कासित किया जाता है।
वार्ड समिति चुनाव में विपरीत मतदान करने पर हुई थी कार्रवाई
दो जून को निगम की वार्ड समिति के चुनाव संपन्न हुए थे। इसके लेकर भाजपा ने पार्षद सुमन को निष्कासित कर चिट्ठी में कहा कि दिल्ली नगर निगम के रोहिणी जोन वार्ड समिति चुनाव में आपने पार्टी की लाइन के विपरीत पार्षद सुमन ने मतदान किया। सभी पार्षदों से व्यक्तिगत बात करके जांच की गई तो स्पष्ट हो गया कि आपने पार्टी की लाइन के विपरीत मतदान किया और आपने स्वयं यह स्वीकार भी किया है कि आपने पार्टी आदेश की अवहेलना की है। यह पार्टी के प्रति अनुशासनहीनता है। इसके बाद भाजपा के संविधान के अनुसार सुमन की प्राथमिक सदस्यता को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दिया गया।
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