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अमित शाह ने संभाला यमुना की सफाई का मोर्चा, दिल्ली सरकार को दिए ये 5 अहम निर्देश

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में यमुना पुनर्जीवन को लेकर एक हाई लेवल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसमें ...


केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में यमुना पुनर्जीवन को लेकर एक हाई लेवल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसमें शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार औद्योगिक इकाइयों से बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने के जैसे सुझावों के साथ पांच महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए। शाह ने कहा कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को जल प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के लिए एक्शन मोड में कार्य करना चाहिए। शाह ने यमुना में ई-फ्लो (पर्यावरणीय प्रवाह) बढ़ाने पर विशेष बल देते हुए कहा कि इस विषय पर उत्तर प्रदेश सरकार से बातचीत करके समाधान निकाला जाना चाहिए ताकि यमुना में दिल्ली में प्रवेश करते समय जल प्रवाह बेहतर हो सके। वहीं, दिल्ली सरकार को औद्योगिक इकाइयों से बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए सतत एवं प्रभावी कदम उठाने चाहिए।


बैठक में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर, जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय गृह सचिव, दिल्ली के मुख्य सचिव सहित केंद्र और दिल्ली सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यमुना नदी में दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से भी अपशिष्ट के माध्यम से रसायन आ रहा है, इसलिए इन सभी राज्यों को मिलकर नदी को स्वच्छ करने के उपायों पर कार्य करना चाहिए।


बीओडी को सुधारने पर दिया बल


 अमित शाह ने नजफगढ़ और शाहदरा के मुख्य ड्रेनों में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) को सुधारने की कार्ययोजना पर कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने इसके लिए दिल्ली के दो मुख्य ड्रेन नजफगढ़ और शाहदरा ड्रेन का ड्रोन सर्वे कराने पर जोर दिया।


शाह ने कहा कि नदियों को स्वच्छ करने के लिए दिल्ली सरकार के द्वारा की जा रही कोशिशों के अलावा राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) का बजट बढ़ाने की आवश्यकता है। शाह ने यमुना की सफाई के साथ-साथ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की क्षमता बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने 2028 तक एसटीपी की क्षमता 1500 एमजीडी तक बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही, शाह ने कहा कि यमुना पुनर्जीवन के लिए हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश, इन तीनों राज्यों को प्रयास करने चाहिए और उनके एसटीपी से निकल रहे जल की निरंतर और निष्पक्ष जांच हो।


बारिश के जल को संरक्षित करने के सुझाव 


अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में कई जलाशय हैं, जिनमें दिल्ली सरकार को बरसाती पानी संग्रह करने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन जलाशयों को विकसित करने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि डेयरी और गौशालाओं से उत्पन्न अपशिष्ट के प्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए।


जलसंकट से निपटने के लिए विस्तृृत सर्वे किए जाएं


 केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली के हर एक घर की जलापूर्ति को ध्यान में रखकर एक विस्तृत सर्वे किया जाए, जिससे पूरी दिल्ली में जलापूर्ति का व्यापक प्लान बन सके। बोरवेल पर दिल्ली जल बोर्ड को कार्ययोजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। ताकि लोगों को पेयजल के लिए परेशान न होना पड़े।


ये महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए


● यमुना के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की क्षमता 2028 तक 1500 एमजीडी तक बढ़ाने के निर्देश


● गृहमंत्री ने यमुना में ई-फ्लो को बढ़ावा देने पर बल दिया


● यमुना पुनर्जीवन के लिए नदी के सभी एसटीपी के आउटफ्लो की थर्ड पार्टी गुणवत्ता जांच हो


● ओखला के उपचारित जल को यमुना के डाउनस्ट्रीम में छोड़ा जाए, जिससे नदी के जल की गुणवत्ता बेहतर हो


● दिल्ली के हर एक घर की जलापूर्ति को ध्यान में रखकर एक विस्तृत सर्वे का निर्देश





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