राष्ट्रीय हिंदू सेवक संघ का जनसंख्या कानून व गौहत्या पर कड़े कानून समेत 11 मांगों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन


नई दिल्ली, 27 मार्च 2025: जंतर मंतर पर राष्ट्रीय हिंदू सेवक संघ द्वारा केंद्र सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून, गौहत्या पर फांसी की सजा, हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने समेत 11 मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया।

प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को ज्ञापन सौंपकर 25 दिसंबर 2025 तक मांगों पर निर्णय लेने की अपील की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो देशभर में बड़ा जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा।



इस दौरान संघ के संस्थापक धीरज भारद्वाज, राष्ट्रीय महासचिव कन्हैया लाल त्रिपाठी, संयोजक डॉ. आनंद शुक्ता, संत प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष परमहंस शिव त्रिजटा अघोरी, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष आभा शर्मा, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी महिला मोर्चा मंजू जैन, महिला एवं युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गौतम बुद्ध नगर सोनिया त्यागी, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र दास महाराज, बिहार प्रदेश महासचिव बालक दास महाराज, विशेष सहयोगी आचार्य देवेंद्र, महिला एवं युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष गौतम बुद्ध नगर कमलेश मलिक, जिला महासचिव गौतम बुद्ध नगर साक्षी शर्मा सहित कई अन्य पदाधिकारी इस प्रदर्शन में मौजूद रहे।

प्रमुख मांगें:

  1. जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए।

  2. गौहत्या पर फांसी की सजा का प्रावधान हो।

  3. हिंदू मंदिरों व तीर्थों से सरकारी नियंत्रण समाप्त किया जाए।

  4. सरकारी दस्तावेजों से जाति लिखने की व्यवस्था खत्म हो।

  5. उत्तराखंड में भूमि कानून 1950 लागू किया जाए।

  6. सनातन बोर्ड का गठन किया जाए।

  7. अल्पसंख्यक मंत्रालय समाप्त किया जाए।

  8. धार्मिक आधार पर हुए बंटवारे को पारदर्शिता से लागू किया जाए।

  9. बुर्का पहनकर या पहचान छिपाकर मतदान निषेध हो।

  10. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को भंग किया जाए।

इस प्रदर्शन में महिला एवं युवा मोर्चा सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। संगठन ने साफ कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वे देशभर में आंदोलन छेड़ेंगे।

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