तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में अधिकारी के निवास पर दुर्लभ जहरीला सांप निकलने हड़कंप मच गया. इसके बाद समय रहते कार्रवाई की गई और स...
तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में अधिकारी के निवास पर दुर्लभ जहरीला सांप निकलने हड़कंप मच गया. इसके बाद समय रहते कार्रवाई की गई और सांप पकड़ने वाले को बुलाया गया. इसके बाद सांप को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया गया, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली.
मामला भद्राद्री कोठागुडेम जिले के मनुगुरु स्थित सिंगरेनी क्वाटर का है. यहां अधिकारी वीरभद्रम के निवास स्थान पर सुरक्षा कर्मचारियों ने काली और पीली धारियों वाला एक लंबा सांप देखा. इसके बाद सांप पकड़ने वाले को तुरंत सूचित किया गया. वह वहां पहुंचे और तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बड़ी चतुराई से सांप को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया.
विशेषज्ञ नें क्या कहा
सांप पकड़ने वाले मुजफ्फर ने बताया उन्होंने पहले कभी ऐसा सांप नहीं देखा था. उन्होंने सांप की तस्वीर लिया और उसका पहचान करवाया. सांप की पहचान धारीदार करैत के रूप में हुई. इस सांप को स्थानीय भाषा में ‘बंगारू कटलापामु’ कहा जाता है, क्योंकि इसके त्रिकोणीय शरीर पर बारी-बारी से काली और पीली धारियां होती हैं. यह सांप आम तार पर तेलंगाना में नहीं देखे जाते है. विशेषज्ञ की मान तो, कोठागुडेम जिले में इस सांप का यह पहला दृश्य था.
मुजफ्फर ने बताया कि यह बेहद जहरीली प्रजाति का है. इस प्रजाति के सांप ज्यादातर रात में घूमते हैं. दिन में ये मिट्टी में, चट्टानों के नीचे या पेड़ों की जड़ों के बीच छिपे रहते हैं.ये सांप भारत के ओडिशा और उत्तर प्रदेश राज्यों में मिलते हैं. इसके अलावा ये चीन और इंडोनेशिया के जंगलों में भी पाया जाते हैं. इस सांप के काटने से तंत्रिका तंत्र पर तुरंत असर पड़ता है साथ ही सांस फूलने, हृदय गति धीमी होने और आंशिक लकवा होने का खतरा रहता है. उन्होंने बताया इस सांप के काटने पर गंभीर जहर के कारण पीड़ित की मौत भी हो सकती है.
सांप पकड़ने वाले मुजफ्फर ने चेतावनी देते हुए कहा, इन सांपों का रिहायशी इलाकों में आना खतरे का संकेत है. उनका सुझाव है कि इस तरह के सांप जब भी दिखें, तो उन्हें किसी भी हालत में न छुएं और तुरंत विशेषज्ञों को सूचित करें.
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