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धराली गांव के बुजुर्गों का उत्तरकाशी त्रासदी में नहीं हुआ बाल भी बांका, इस वजह से बची सबकी जान

 धराली गांव की सूरत मंगलवार को आई त्रासदी के बाद से बिल्कुल ही बदल सी गई है. जहां पर्यटक घूमने फिरने के लिए आकर ठहरते थे, वहां अब दलदली और स...


 धराली गांव की सूरत मंगलवार को आई त्रासदी के बाद से बिल्कुल ही बदल सी गई है. जहां पर्यटक घूमने फिरने के लिए आकर ठहरते थे, वहां अब दलदली और समतल मैदान सा बन गया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 6 की मौत हो चुकी है. माना जा रहा है कि 150 लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं. वहीं, गांव के लगभग सभी बुजुर्ग इस हादसे में बच गए.


दरअसल, जब खीरगंगा से बहकर आए मलबे ने तबाही मचाई उस वक्त गांव के लगभग सभी बुजुर्ग 300 मीटर दूर पूर्वजों के मंदिर में सामूहिक पूजा में शामिल होने गए थे. इस कारण वे लोग बच गए इस दुखद त्रासदी की चपेट में गांव के युवा, कारोबारी और पर्यटक आए हैं.


सीएम पुष्कर सिंह धामी भी इस पर पूरे रेस्क्यू पर नजर बनाए रखे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीड़ितों की हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है. इस बीच धराली गांव में दो और शव बरामद हुए हैं, जिनमें से एक की पहचान 32 वर्षीय आकाश पंवार के रूप में हुई है.


400 लोगों का रेस्क्यू किया गया.


धराली गांव में सैलाब आने से 30 से 50 फीट तक मलबा जमा हो गया है. अब तक 400 लोगों को बचाया जा चुका है. साथ ही सेना के लापता 11 जवानों का भी रेस्क्यू कर लिया गया है. रेस्क्यू टीमों को हेलीकॉप्टर की मदद से धराली पहुंचाया गया है. वहीं खराब मौसम बार-बार रेस्क्यू में बाधा बन रही है. मगर गुरुवार सुबह मौसम ने भी साथ दिया. साफ मौसम में एक बार फिर रेस्क्यू जारी किया गया है. हालांकि, ग्लेशियर बार-बार फट रहे हैं और मलबा भी नीचे आ रहा है. धराली गंगोत्री धाम से लगभग 20 किलोमीटर पहले पड़ता है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है.


रेस्क्यू टीम के सामने दोहरी चुनौती


वहीं, रेस्क्यू टीम के सामने दोहरी चुनौती है. एक तरफ तेज़ रफ्तार से बहती खीर गंगा नदी का पानी है तो दूसरी तरफ मलबे से बना दलदल. SDRF की टीम कई किलोमीटर पैदल चलकर पहाड़ों के रास्ते यहां पहुंची है. गीली मिट्टी में चलना बेहद मुश्किल है इसलिए टिन की चादरें बिछाकर रास्ता बनाया जा रहा है.


आगरा से स्पेशल पारा फोर्स भेजी गईं


भटवाड़ी के हेलीपैड से दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से राहत सामग्री और बचाव उपकरण धराली पहुंचाए गए हैं. आइटीबीपी, एनडीआरएफ और पुलिस का बचाव दल भटवाड़ी से आगे सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहा है. आगरा से स्पेशल पारा फोर्सज की टीमों को देहरादून एयरलिफ्ट किया गया है. कुछ ही देर में स्पेसल फोर्सेज धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचेंगी.




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