TMC में जारी उठापकट के बीच सांसद अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में संसदीय दल का नया नेता बनाया गया है. अभिषेक बनर्जी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुदीप...
TMC में जारी उठापकट के बीच सांसद अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में संसदीय दल का नया नेता बनाया गया है. अभिषेक बनर्जी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय की जगह लेंगे जो कई महीनों से बीमार चल रहे हैं. यह फैसला संसद के दोनों सदनों के TMC सांसदों की वर्चुअल बैठक में लिया गया. ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि सांसदों ने सर्वसम्मति से अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी है.
यह सब वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी के पार्टी के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) पद से इस्तीफा देने के बाद हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सांसदों के बीच खराब समन्वय के लिए दोषी ठहराया गया. इस बैठक के खत्म होने के बाद कल्याण बनर्जी ने अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि वर्चुअल मीटिंग में दीदी ने सांसदों के बीच समन्वय की कमी होने की बात कही थी, इसलिए ये दोष मुझ पर जाता है, और इसलिए ही मैं अपना पद छोड़ रहा हूं. जिन्हें ममता बनर्जी ने सांसद बनाया है, उनसे लोकसभा तक नहीं आया जाता. दक्षिण कोलकाता, बैरकपुर, बांकुड़ा, उत्तर कोलकाता, शायद ही कोई संसद आता है तो इसमें मेरी क्या गलती है.
महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप
इस्तीफे से ठीक पहले कल्याण बनर्जी ने एक्स पर पॉडकास्ट के दौरान महुआ मोइत्रा के उनके साथ दुर्व्यवहार किए जाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि किसी पुरुष सहकर्मी को यौन रूप से कुंठित कहना हिम्मत नहीं है. उनके शब्दों का चयन, जिसमें एक सांसद की तुलना सुअर जैसे अमानवीय शब्दों से करना, अगर किसी महिला के लिए ऐसी भाषा कही जाती तो देश में गुस्सा भड़क जाता, लेकिन जब कोई पुरुष निशाना बनता है तो इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है.
ममता बनर्जी की सख्ती, गुटबाजी नहीं बर्दाश्त
सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी ने बैठक में संकेत दिए कि कल्याण बनर्जी अपनी जिम्मेदारी को ढंग से नहीं निभा पाए. और जब तक सुदीप बंदोपाध्याय स्वस्थ नहीं होते अभिषेक बनर्जी लोकसभा का कार्यभार देखेंगे. ममता बनर्जी ने कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच चल रहे विवाद की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सांसदों के बीच गुटबाजी को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
अभिषेक बनर्जी को मिली जिम्मेदारी
कल्याण बनर्जी ने कथित तौर पर महुआ मोइत्रा और कीर्ति आजाद के साथ लंबे समय से चल रहे तनाव के बाद इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद उन्होंने कहा कि मुझे गाली देने वालों की जानकारी जब मैंने पार्टी नेतृत्व को दी तो मुझे ही दोषी ठहराया गया. सांसद अगर नहीं आते तो इसमें मैं क्या करता.
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