उत्तराखंड के गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में मंगलवार से विधानसभा मानसून सत्र का पहला दिन शुरु हुआ था. सत्र की कार्रवाई के दौरान उत्...
उत्तराखंड के गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में मंगलवार से विधानसभा मानसून सत्र का पहला दिन शुरु हुआ था. सत्र की कार्रवाई के दौरान उत्तराखंड के इतिहास में यह पहली बार देखने को मिला जब विपक्ष के नेता सदन के अंदर ही धरने पर बैठ गए और वहीं पर उन्होंने रात भी गुजारी. हालांकि सदन के भीतर धरने पर बैठे विपक्षी विधायकों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन किया और उन्हें मनाने की भी कोशिश, लेकिन विपक्ष के विधायक नहीं माने और विधानसभा के भीतर ही डटे रहे.
उत्तराखंड के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब सत्ता पक्ष और विधानसभा अध्यक्ष से नाराज विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा के भीतर ही पूरी रात गुजारने का फैसला किया हो. इन सभी नाराज विपक्ष के विधायकों को मनाने की भी बहुत कोशिश की गई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से फोन पर बातचीत करते हुए उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन विपक्ष के नेता मानने को तैयार नहीं हुए. उनकी मांग थी कि सदन के टाइम को और बढ़ाया जाए. नियम 310 के तहत कानून व्यवस्था पर चर्चा की जाए.
नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ धक्का-मुक्की हुई थी. जिसको लेकर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष चर्चा करना चाहता था, लेकिन सरकार ने सदन को पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलाना शुरू कर दिया. इस पर सत्र की शुरुआत होते ही कांग्रेस के विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान माइक उखाड़ दिए गए और टेबल को भी पलट दिया गया. जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा.
विपक्षी की सरकार के खिलाफ एकजुटता की कोशिश
वहीं सदन में चल रहे इस धरने में कांग्रेस के 19 विधायकों के साथ निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी शामिल रहे. जिन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो भी पोस्ट करते हुए यह जाहिर करने की कोशिश कि है कि किस तरह सदन के भीतर विपक्षी दल सरकार के खिलाफ एकजुट हैं.
उत्तराखंड के गैरसैंण में विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन आज शुरु हुआ. मुख्यमंत्री धामी सुबह-सुबह जनता दर्शन के लिए निकले. उन्होंने सुरक्षा कर्मियों और आम जनता से मिलकर विकास कार्यों का फीडबैक लिया.
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