ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र के गांवों में भी गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सबसे पहले आवासीय सेक...
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र के गांवों में भी गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सबसे पहले आवासीय सेक्टरों के समीप स्थित गांवों को गंगाजल की लाइन से जोड़ा जाएगा।
किया जा रहा है सर्वे
इसका सर्वेक्षण किया जा रहा है। दरअसल प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र के गांवों में सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी प्राधिकरण की है। प्रथम चरण में ग्रेटर नोएडा फेस-1 के 122 गांवों में पेयजल की आपूर्ति की जानी है। प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में 80 गांवों में भूजल की आपूर्ति की जा रही है। वहीं 38 गांवों में पेयजल पाइप लाइन बिछाने और इससे संबंधित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। भूजल के गिरते स्तर को देखते हुए गांवों में भी गंगाजल की आपूर्ति की जानी है।
इसके लिए गंगजल की लाइन का विस्तार किया जा रहा है। अधिकारी के मुताबिक इस साल के अंत तक सेक्टरों के साथ के गांवों में भी गंगाजल की आपूर्ति इस साल शुरू कर दी जाएगी। प्रथम चरण में उन गांवों को गंगाजल की लाइन से जोड़ा जाएगा, जो सेक्टर के नजदीक स्थित हैं और वहां भूजल की आपूर्ति की जा रही है।
25 से गांवों को मिलेगा फायदा
इसका फायदा आसपास के 25 से अधिक गांवों को मिल सकता है। प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना पर काम चल रहा है, जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लिए पर्याप्त होगा। बस इसके नेटवर्क को दुरुस्त करने की जरूरत है। इस पर प्राधिकरण काम कर रहा है। इस साल के अंत तक ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पूरी क्षमता के साथ गंगाजल की आपूर्ति शुरू करने का प्रयास है।
अभी 180 एमएलडी भूजल की आपूर्ति की जा रही
अभी भूजल के साथ मिलाकर गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है। वर्तमान में 206 नलकूपों की मदद से प्रतिदिन लगभग 180 एमएलडी भूजल की आपूर्ति की जा रही है। वहीं 60-70 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति इससे अलग है। बता दें कि जैतपुर वैशपुर, साकीपुर, तुगलपुर, रामपुर जागीर, नटों की मढ़ैया, घोड़ी बछेड़ा आदि गांवों में जल आपूर्ति की जा रही है।
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