दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने राजधानी में रियल एस्टेट को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिए हैं। इसे लेकर डीडीए विभिन्न निजी रियल एस्टेट क...
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने राजधानी में रियल एस्टेट को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिए हैं। इसे लेकर डीडीए विभिन्न निजी रियल एस्टेट कंपनियों के साथ बैठक भी करेगा।
इसमें दिल्ली में कई अन्य आवासीय योजना को शुरू करने पर विचार विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा डीडीए प्रशासन इस सप्ताह से 177 फ्लैटों की ई-नीलामी प्रक्रिया से शुरू की करेगा। रक्षाबंधन के पर्व के आसपास इन फ्लैटों की ई नीलामी के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए डीडीए प्रशासन द्वारा तैयारियां की गई हैं। इससे पहले डीडीए की जुलाई महीने में हुई बैठक में प्रीमियम आवासीय योजना 2025 को शुरू करने का फैसला लिया गया था। इस आवासीय योजना के मद्देनजर एचआईजी, एमआईजी, एलआईजी श्रेणी के फ्लैटों को ई-नीलामी के जरिए लोगों को खरीदने का अवसर मिलेगा।
इन इलाकों में हैं आवास
वसंत कुंज, द्वारका, रोहिणी, पीतमपुरा, जसोला, अशोका पहाड़ी व अन्य स्थानों पर इन श्रेणी के फ्लैटों को लोगों को खरीदने का मौका मिलेगा। इन फ्लैटों के इच्छुक खरीदार इन श्रेणी के फ्लैटों की ई-नीलामी में हिस्सा ले सकते हैं।
रियल एस्टेट के निवेश को बढ़ाने पर डीडीए का जोर
नीलामी प्रक्रिया के बारे में अफसरों ने बताया कि दिल्ली में रियल एस्टेट के निवेश में बढ़ावा देने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। इसे लेकर बीते महीने हुई बैठक में डीडीए ने दिल्ली में व्यावसायिक संपत्तियों पर लगने वाले एकीकरण शुल्क को सर्किल रेट के मौजूदा दस फीसदी से घटाकर एक फीसदी तक कम दिया है। इस फैसले के बाद कई रियल एस्टेट कंपनियों के साथ बैठक भी की जाएगी। साथ ही, इन कंपनियों के साथ मिलकर दिल्ली में कई अन्य विकास कार्य व्यावसायिक क्षेत्र में सुनिश्चित हो सकेंगे। अभी मौजूदा समय में कई कमर्शियल संपत्तियों को खरीदने के लिए रियल एस्टेट डेवलपर अन्य राज्यों में जा रहे हैं।
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