ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी की बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की छात्रा ज्योति की खुदकुशी का मामला थम नहीं रहा है। सुप्रीम कोर्ट के ब...
ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी की बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की छात्रा ज्योति की खुदकुशी का मामला थम नहीं रहा है। सुप्रीम कोर्ट के बाद अब इस मामले का राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को तीन दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
शारदा यूनिवर्सिटी के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में शुक्रवार की शाम गुरुग्राम की रहने वाली बीडीएस की छात्रा ज्योति ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उसने सुसाइड नोट में फैकल्टी को मानसिक रूप से उत्पीड़न करने का जिम्मेदार ठहराया था। सुप्रीम कोर्ट ने घटना को लेकर संज्ञान लिया और इसकी जांच के आदेश दिए। अब राष्ट्रीय महिला आयोग आयोग ने मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना का स्वतः संज्ञान लिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को निर्देश जारी किए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच सुनिश्चित की जाए। आयोग ने पीड़िता के परिजनों को तत्काल आवश्यक सहायता और सहयोग प्रदान करने के निर्देश भी दिए।
कमरे की फिर जांच होगी
शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल के जिस कमरे में छात्रा ने सुसाइड किया था, पुलिस ने उसे घटना के बाद सील कर दिया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस टीम द्वारा एक बार फिर से कमरे की जांच की जाएगी। वहां से साक्ष्य जुटाए जाएंगे। फॉरेंसिक टीम भी कमरे की जांच कर चुकी है। टीम ने वहां से साक्ष्य इकट्ठा किए थे।
पुलिस ने माता-पिता के बयान दर्ज किए
पुलिस द्वारा इस प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस इस प्रकरण में अब तक सात लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। शुक्रवार को जांच अधिकारी ने छात्र के माता-पिता के बयान दर्ज किए। माता-पिता ने बिंदुवार पुलिस के सामने अपने बयान दर्ज करवाए।
सुसाइड नोट को लैब भेजा
यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा सुसाइड नोट की अलग से जांच करवाई जाएगी, जिसे कमेटी के रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। यूनिवर्सिटी द्वारा सुसाइड नोट को फोरेंसिक लैब भेजा गया है, ताकि इसकी सत्यता की सही जांच हो सके। सुसाइड नोट में लिखी कुछ बातों को लेकर जांच करना जरूरी समझा है।
यूनिवर्सिटी पहुंचे परिजनों ने कमेटी की जांच पर नाराजगी जताई
छात्रा ज्योति के परिजन शुक्रवार को यूनिवर्सिटी पहुंचे और समिति के समक्ष अपने बयान दर्ज करवाए। परिजनों ने कमेटी की जांच को लेकर नाराजगी जाहिर की। ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने बताया कि करीब एक घंटे तक उनकी कमेटी के सामने बात हुई। घटना के बारे में बिंदुवार बयान दर्ज करवाए। सोमवार से यह घटना शुरू हुई थी। इस दिन वह बेटी के कहने पर यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। यहां एचओडी और डीन के सामने बात की थी। दोनों ने आश्वासन दिया था कि आगे से उनकी बेटी के साथ कुछ गलत नहीं होगा। इसके बाद शुक्रवार को उनकी बेटी द्वारा खुदकुशी कर ली गई। सुसाइड नोट में दो प्रोफेसर के नाम लिखते हुए जिम्मेदार ठहराया। पिता का कहना है कि उन्हें कमेटी की रिपोर्ट पर उन्हें भरोसा नहीं है। उधर, कमेटी ने जांच के लिए दो दिन का समय मांगा है। उम्मीद है कि शनिवार तक कमेटी रिपोर्ट तैयार कर लेगी। सोमवार को विश्वविद्यालय और पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी, जिनकी भी लापरवाही होगी, उन पर कार्रवाई होगी।
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