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प्रॉपर्टी विवाद, 4 लाख में सुपारी और 3 शूटर… अशोक साव ने ही गोपाल खेमका को मरवाया, पटना पुलिस का खुलासा

बिहार की राजधानी पटना में 4 जुलाई को हुए मशहूर व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और ...


बिहार की राजधानी पटना में 4 जुलाई को हुए मशहूर व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 14 को हिरासत में लिया है. पुलिस ने मंगलवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि प्राथमिक जांच में पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा सामने आया है. जिसमें मुख्य आरोपी अशोक साव है. अशोक ने ही गोपाल खेमका की हत्या के लिए सुपारी दी थी. जिसके बाद 3 शूटरों ने मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.


डीजीपी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा किया है. पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाल कर अपराधियों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि बाइक की पहचान के बाद शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया गया था. उसके पास से हथियार भी बरामद किया गया है और 59 राउंड गोलियां भी बरामद की गईं हैं.


जब उमेश यादव से सख्ती से पूछताछ की गई तो अशोक साव का नाम सामने आया. जांच के मुताबिक अशोक साव ने ही उमेश को 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी जिसमें उसने एडवांस में 50 हजार रुपये दिए थे. उमेश ने बताया कि अशोक साव ने ही राज को हथियार दिए थे. उसी ने शूटरों को गोपाल खेमका की पूरी दिनचर्या के बारे में जानकारी दी थी. पुलिस ने जब इस जानकारी पर एक्शन लिया और अशोक साव के घर पहुंचे तो वहां पर पिस्टल और बड़ी संख्या में जमीन के कागजात मिले.


जमीनी विवाद में हुई हत्या


पुलिस ने बताया है कि यह पूरा हत्याकांड जमीनी विवाद की वजह से रचा गया है. कुछ और कारोबारियों को नाम भी सामने आए हैं. हत्या के कई कारण सामने आ सकते हैं क्योंकि इस मामले में कई पहलू सामने निकलकर आए हैं. पुलिस ने बताया कि मामले में अभी जांच जारी है और जांच पूरी होने तक कई और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. अशोक साव के मोबाइल से एक रिकॉर्डिंग भी मिली है जिसमें गोपाल खेमका और उसके बीच किसी जमीन को लेकर गाली-गलौज भी हुई है. यह वही अशोक साव है जो मनोज कमलिया हत्याकांड में भी आरोपी था. उस मामले में भी अशोक जेल गया था.


सुपारी के एडवांस से भरी बच्ची की फीस


पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए यह पाया कि शूटर उमेश को पैसों की सख्त जरूरत थी. उसकी बेटी की स्कूल फीस भी लंबे वक्त से बकाया था. हत्या के पहले ही उमेश ने स्कूल में 45000 रुपये फीस जमा की थी. डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि 15 जुलाई को गोपाल के बेटे गुंजन की हत्या के मामले में भी सुनवाई होनी है. इस हत्याकांड को इस पहलू से भी जोड़कर देखा जा रहा है.


राजा के एनकाउंटर पर होगी जांच


पुलिस ने बताया कि इस मामले में उमेश नाम का शूटर पुलिस की गिरफ्त में है. वहीं जो इस मामले में मुख्य शूटर था उसका नाम मस्तु बताया जिसकी हत्या हो चुकी है. वहीं एक अन्य राजा नाम का शूटर भी था जिसका एनकाउंटर हो गया है. डीजीपी ने बताया कि एनकाउंटर के मामले में जो मानक हैं उनके आधार पर जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि थाने के जो लोग इस एनकाउंटर में शामिल थे उन्हें जांच टीम में नहीं रखा जाएगा.




 

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