नोएडा के छिजारसी गांव से अलकायदा के आतंकी की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने जिले की पांच हजार मोबाइल फोन की दुकानों का ब्योरा जुटाने का फ...
नोएडा के छिजारसी गांव से अलकायदा के आतंकी की गिरफ्तारी के बाद नोएडा पुलिस ने जिले की पांच हजार मोबाइल फोन की दुकानों का ब्योरा जुटाने का फैसला लिया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इसके लिए ऑपरेशन तलाश के नाम से अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान दुकान मालिक और कर्मचारियों की पूरी जानकारी जुटाई जाएगी।
गुजरात एटीएस ने अलकायदा के टेरर मॉडयूल का भंडाफोड़ कर नोएडा के छिजारसी गांव स्थित सैनिक कम्युनिकेशन नाम की मोबाइल फोन की दुकान से आतंकी जीशान अली को गिरफ्तार किया था। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण जीशान को गुजरात एटीएस अपने साथ ले गई गई थी।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में जितनी भी मोबाइल फोन की दुकानें हैं, खास तौर पर ऐसी दुकानें जहां ग्राहकों को सिम भी बेचे जाते हैं, उनकी पूरी जानकारी एकत्र की जाएगी। एक महीने तक इसके लिए अभियान चलेगा। शुरुआती सप्ताह में पुलिस सभी दुकानों का पता और उनके संचालकों की जानकारी एकत्र करेगी। अगले सप्ताह दुकान के संचालकों और वहां काम करने वाले कर्मचारियों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके बाद संचालक और कर्मचारी जहां के मूल निवासी हैं, वहां की पुलिस से संपर्क कर इस बात की पुष्टि की जाएगी कि जो जानकारी उनकी तरफ से दी गई है, वह सत्य है या नहीं। आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को अगर किसी ने काम पर रखा होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जीशान के मददगारों पर एजेंसियों की नजर
आतंकी जीशान के मददगारों पर जांच एजेंसियों की नजर है। बीते एक साल में कौन-कौन उसके संपर्क में रहा, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जीशान के संपर्क में आने के कारण कितने लोगों के व्यवहार में बदलाव आया और विचारधारा परिवर्तित हुई, इसका भी पता लगाया जा रहा है। जीशान का मोबाइल भी एटीएस ने जब्त किया है। इसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
बड़ा काम करने की बात कहता था आरोपी
जीशान अली ने लोगों से कहता था कि वह बड़ा काम करने वाला है। कुछ ही समय में सभी लोगों का कर्ज वापस कर देगा। एजेंसियां यह जानने में लग गई हैं कि आखिर वह ऐसा क्या करने वाला था। जीशान नोएडा में जिस घर में किराये पर रहता था वह घर उसने मई महीने में खाली कर दिया था। इसके बाद वह कहां रह रहा था। इसके बारे में अभी कुछ पता नहीं है।
लक्ष्मी सिंह, पुलिस कमिश्नर, गौतमबुद्ध नगर, ''जिले में मोबाइल फोन और सिम बेचने की जितनी भी दुकानें हैं, उनकी जानकारी एकत्र की जाएगी। उनके संचालकों और कर्मचारियों का पूरा ब्योरा जुटाया जाएगा।''
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