गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) ने मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर हब तक 29 किलोमीटर लंबे मेट्रो प्रोजेक्ट के काम में तेजी लाने के लिए...
गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) ने मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर हब तक 29 किलोमीटर लंबे मेट्रो प्रोजेक्ट के काम में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जीएमआरएल ने मेट्रो रूट अलाइनमेंट को प्रभावित कर रही तीन निजी संपत्तियों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जीएमआरएल के अनुसार, प्रोजेक्ट के लिए गठित निजी भूमि अधिग्रहण कमेटी ने संपत्ति मालिकों के साथ कई बैठकें की हैं। सफलतापूर्वक उनकी सहमति प्राप्त कर ली गई है। यह अधिग्रहण भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन में उचित मुआवजा और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के तहत किया जाएगा, जो प्रभावित लोगों के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करता है।
मेट्रो मार्ग पर दो घर आ रहे : सेक्टर-9 में स्थित घर उस स्थान पर स्थित है, जहां मेट्रो बसई फ्लाईओवर के बाद नेकीराम मार्ग की ओर दाईं ओर मुड़ती है। इस घर से 83 वर्गमीटर क्षेत्र प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा सेक्टर-4 प्लॉट अलाइनमेंट को तब प्रभावित करता है, जब मेट्रो लाइन पुराने रेलवे रोड की ओर बाईं ओर मुड़ती है। इस प्लॉट से 91 वर्गमीटर क्षेत्र प्रभावित हो रहा है। सेक्टर-4 में ही दूसरा मकान तब अलाइनमेंट को प्रभावित करता है जब मेट्रो पुराने रेलवे रोड की ओर मुड़ती है। इस घर से 426 वर्गमीटर का बड़ा क्षेत्र प्रभावित होगा।
आरआरटीएस स्टेशन का काम चल रहा : जीएमआरएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेट्रो निगम निजी भूमि के अधिग्रहण में तेजी ला रहा है और इस संबंध में कड़े प्रयास किए जा रहे हैं। साइबर सिटी में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा निर्मित आरआरटीएस स्टेशन को जल्द अंतिम रूप देने पर भी काम चल रहा है, जिसके लिए एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है। अधिकारी ने आगे कहा कि सिविल निर्माण के लिए टेंडर भी जल्द ही प्रदान कर दिया जाएगा।
मुआवजे के आंकलन की प्रक्रिया शुरू
मेट्रो निगम ने अब इन तीनों संपत्ति मालिकों को दिए जाने वाले मुआवजे का आंकलन करने के लिए राजस्व विभाग से पिछले तीन वर्षों में पंजीकृत समान संपत्तियों के औसत बिक्री मूल्य का विवरण मांगा है। यह जानकारी मुआवजे को अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक है।
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