दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के फेज-5 का काम 65 फीसदी पूरा कर लिया गया है। 14 किलोमीटर लंबे खंड का निर्माण कार्य इस साल 31 दिसंबर तक पूरा होने क...
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के फेज-5 का काम 65 फीसदी पूरा कर लिया गया है। 14 किलोमीटर लंबे खंड का निर्माण कार्य इस साल 31 दिसंबर तक पूरा होने का दावा है। इस खंड को मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है। मेरठ एक्सप्रेसवे के चार खंड पहले ही बन चुके हैं। इनके बनने से बड़ी संख्या में वाहन चालकों को राहत मिल रही है।
एनएचएआई ने मेरठ एक्सप्रेसवे का खंड-पांच बनाने की भी योजना तैयार की थी। यह खंड लगभग 14 किलोमीटर लंबा है। इस खंड को मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है। गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज जा रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे से इस खंड के जुड़ने से मेरठ ही नहीं दिल्ली-एनसीआर के लोग भी आसानी से प्रयागराज जा सकेंगे। खंड 5 गाजियाबाद के चूड़ियाला, तल्हैटा और जैनुद्दीनपुर गांव से निकल रहा है। शेष सात गांव मेरठ के हैं, लेकिन 0-9 किलोमीटर के दायरे का काम काफी समय तक बंद रहा। किसान काम नहीं होने दे रहे थे। एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने दावा किया कि 31 दिसंबर तक खंड-5 बनकर तैयार हो जाएगा।
वर्ष 2024 तक बनकर होना था तैयार : मेरठ एक्सप्रेसवे के इस खंड का काम तीन अप्रैल वर्ष 2022 को शुरू हुआ था। उस समय एनएचएआई के अधिकारी और निर्माण एजेंसी ने दावा किया था कि वैसे तो कार्य पूरा करने का लक्ष्य मार्च-2024 है, लेकिन दिसंबर-2023 तक कार्य पूरा हो जाएगा। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की ओर से अवार्ड होने के बाद खानपुर गांव में कार्य शुरू हुआ था।
इन गांव के पास से निकल रहा एक्सप्रेसवे
मेरठ एक्सप्रेसवे का खंड-5 शाकरपुर, फिर नरहैड़ा, ढकौली, सलेमपुर, चंदसारा, खानपुर, नगलापातू, चूड़ियाला, तल्हैटा और जैनुद्दीनपुर गांव से निकल रहा है।
किसानों की मांग की वजह से हुआ था बंद
एनएचएआई ने निर्माण कार्य बंद होने के बारे में पूर्व में उच्च अधिकारी और शासन को अवगत कराया था। किसान उचित मुआवजे की मांग कर रहे थे। किसानों की मांग पूरी नहीं की जा रही थी। यही वजह है कि किसानों में काम बंद कर दिया था। अब विवाद खत्म हो गया है।
खंड-5 एक नजर में
● दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवां चरण कुल 14.600 किलोमीटर का है
● मेरठ के सात और गाजियाबाद के तीन गांवों के बीच से गुजरेगा पांचवां चरण
● गाजियाबाद जिले में 5.470 किलोमीटर है
● खंड 5 के बनने से दिल्ली एनसीआर के लोग भी गंगा एक्सप्रेसवे से होते हुए आसानी से प्रयागराज तक जा सकेंगे
कोई टिप्पणी नहीं