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सावधान! दिल्ली में ऑटो रिक्शा में ऐसे हो जाती हैं चोरियां, पुलिस के हत्थे चढ़े गैंग ने उगले राज

 दिल्ली में ऑटोरिक्शा में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली गैंग को पुलिस ने पकड़ा लिया है। ये गैंग बड़े ही सातिराना अंदाज से चोरी और लूट ...


 दिल्ली में ऑटोरिक्शा में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली गैंग को पुलिस ने पकड़ा लिया है। ये गैंग बड़े ही सातिराना अंदाज से चोरी और लूट को अंजाम देते थे। पुलिस ने गिरोह के चोरों की गिरफ्तारी के साथ 20 लाख रुपये के सोने के गहने, 11000 रुपये की नकदी और दो ऑटो-रिक्शा जब्त किए हैं। आगे पढ़िए ये लोग भोले-भाले यात्रियों और लोगों के कीमती सामान को कैसे चुराते थे।

 

इन जगहों से ढूढ़ंते थे शिकार


पुलिस को गिरोह के पास से दो रिक्शा भी बरामद हुए हैं। ये लोग इन्हीं रिक्शा की मदद से चोरी करते थे। जानिए कैसे? पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने खुलासा किया कि वे रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाली जगहों के पास ऑटो चलाते थे और अकेले सफर कर रहे यात्रियों को निशाना बनाते थे।

 

ऐसे देते चोरी को अंजाम


पहले तो भोले-भाले यात्रियों को अपनी बाज जैसी सातिर नजरों से परखा फिर उन्हें शिकार बनाने के लिए अपने रिक्शा में बैठाया। इसके बाद रास्ते में कई अनजान लोग चढ़ते थे, जिनमें से कुछ लोग गिरोह के सदस्य होते थे, जो लूट और चोरी के इरादे से ही रिक्शा में बैठते थे। इसके बाद कुछ देर में गिरोह का आदमी कीमती सामान चोरी करके फरार हो जाता था।


जब सामने आया पहला मामला


पुलिस उपायुक्त निधिन वाल्सन ने बताया कि मामले का खुलासा सात जुलाई को हुआ, जब उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने ऑटो में सवारी के दौरान उनके सोने के गहने चोरी हो जाने की शिकायत आईपी एस्टेट थाने में दर्ज कराई।

 

शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ऑटो लिया था। रास्ते में यमुना पुल के पास आईटीओ पर तीन-चार अनजान लोग ऑटो में सवार हुए। जब वह आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो उन्हें अपने बैग से सोने के आभूषण गायब मिले। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।


गिरफ्तार किए गए चोर


पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और वारदात में इस्तेमाल किए गए ऑटो की पहचान कर ली। इसके बाद ऑटो चालक वसीम को गिरफ्तार किया गया। वाल्सन ने बताया कि पूछताछ के दौरान वसीम ने अपने साथियों मोहसिन (जो कि सीलमपुर का हिस्ट्रीशीटर है और गिरोह का सरगना है), नसीम, अंसार अहमद और समीना के नाम उजागर किए। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले में उनकी भागीदारी की बात सामने आ चुकी है।




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